“आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर पर फर्जी दिव्यांगता प्रमाणपत्र का आरोप, पुणे पुलिस करेगी जांच”
आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मुश्किलें फिर से बढ़ गई हैं। उन पर शारीरिक दिव्यांगता वर्ग के तहत गलत तरीके से फायदा लेने का आरोप है, जिसके तहत पुणे पुलिस अब उनके मेडिकल सर्टिफिकेट्स की जांच करेगी। 2023 बैच की अधिकारी पूजा खेडकर का हाल ही में पुणे से वाशिम जिले में ट्रांसफर किया गया था।
आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मुश्किलें फिर से बढ़ गई हैं। उन पर शारीरिक दिव्यांगता वर्ग के तहत गलत तरीके से फायदा लेने का आरोप है, जिसके तहत पुणे पुलिस अब उनके मेडिकल सर्टिफिकेट्स की जांच करेगी। 2023 बैच की अधिकारी पूजा खेडकर का हाल ही में पुणे से वाशिम जिले में ट्रांसफर किया गया था। वर्तमान में वाशिम में तैनात पूजा खेडकर ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) को कई मेडिकल प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए थे, जिनमें एक दृष्टिबाधित होने का संकेत देता है। महाराष्ट्र कैडर की 34 वर्षीय अधिकारी पर आरोप है कि उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए शारीरिक विकलांगता और ओबीसी श्रेणियों का गलत उपयोग किया और पुणे में अपनी पोस्टिंग के दौरान शक्ति और विशेषाधिकारों का दुरुपयोग किया।
विकलांग व्यक्तियों के आयुक्त कार्यालय ने पुणे पुलिस और जिला कलेक्टरेट को खेडकर द्वारा प्रस्तुत प्रमाण पत्रों की पुष्टि करने के लिए पत्र लिखा है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें दिव्यांग व्यक्तियों के आयुक्त कार्यालय से पत्र मिला है, जिसमें खेडकर द्वारा प्रस्तुत प्रमाण पत्रों की प्रामाणिकता की जांच करने के लिए कहा गया है। पुलिस यह जांच करेगी कि ये प्रमाण पत्र कहां से प्राप्त किए गए, किस डॉक्टर या अस्पताल ने इन्हें प्रमाणित किया।
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पूजा खेडकर ने हाल ही में महाराष्ट्र के वाशिम में पुलिस से संपर्क किया। सूत्रों के अनुसार, एक पुलिस टीम देर रात उनके आवास पर पहुंची और उनसे दो घंटे तक पूछताछ की। 23 वर्षीय ट्रेनी आईएएस अधिकारी पर अभी तक फर्जी विकलांगता के आरोपों के संबंध में कोई पुलिस मामला दर्ज नहीं हुआ है, लेकिन पुणे पुलिस ने लंबित यातायात जुर्माने के मामले में कार्रवाई करने की बात कही है। पूजा खेडकर को ₹27,000 के जुर्माने का नोटिस जारी किया गया था। उनके खिलाफ सरकार द्वारा गठित एक सदस्यीय पैनल द्वारा जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने पर उन्हें बर्खास्त किया जा सकता है।
इस मामले की सत्यता और प्रमाणिकता की जांच के लिए पुणे पुलिस ने सक्रियता दिखाई है और खेडकर के मेडिकल सर्टिफिकेट्स की जांच में जुट गई है। पूजा खेडकर की जांच के परिणाम उनके भविष्य को प्रभावित कर सकते हैं।