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मदुरै में सीजेआई चंद्रचूड़ ने जस्टिस आर महादेवन का स्वागत करते हुए न्यायिक क्षेत्र में उनके योगदान को सराहा….

मदुरै में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस आर महादेवन का भी उल्लेख किया। सीजेआई चंद्रचूड़ ने मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै पीठ की स्थापना के 20 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित समारोह में भाग लिया।

मदुरै में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस आर महादेवन का भी उल्लेख किया। सीजेआई चंद्रचूड़ ने मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै पीठ की स्थापना के 20 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित समारोह में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त किए गए मद्रास हाई कोर्ट के पूर्व कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस आर महादेवन के बारे में बात की। जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, “कल भाई जस्टिस महादेवन के शपथ ग्रहण के बाद तमिलनाडु के वकीलों का एक बड़ा समूह वहां एकत्र हुआ था। मैं उनके पास गया और उनसे माफ़ी मांगी। मैंने माफ़ी मांगते हुए कहा, मुझे खेद है कि मैंने मद्रास के सबसे बेहतरीन जजों में से एक को चुरा लिया है। वकीलों ने मुझसे कहा, अगर आप चीफ जस्टिस माफ़ी मांग रहे हैं, तो आपको जस्टिस सुंदरेश की नियुक्ति के लिए भी दो बार माफ़ी मांगनी चाहिए, क्योंकि आपने हमसे दो बार चोरी की है।”

इसके अतिरिक्त, क्राउडस्ट्राइक के एक गलत अपडेट की वजह से पूरी दुनिया में मचे हडकंप को लेकर भी सीजेआई ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मैं तकनीक का समर्थक हूं, लेकिन कल ही हमें तकनीक पर अधिक निर्भरता के बुरे प्रभावों को देखने का मौका मिला। उड़ानें रद्द कर दी गईं, लेकिन मुझे लगता है कि यह मदुरै के लोगों का प्यार है, जिसकी वजह से मैं आज यहां मौजूद हूं।”

जस्टिस आर महादेवन कौन हैं?

जस्टिस आर महादेवन का जन्म 10 जून, 1963 को चेन्नई में हुआ था। उन्होंने मद्रास लॉ कॉलेज से अपनी कानून की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने 25 वर्षों तक एक वकील के रूप में काम किया, जिसमें अप्रत्यक्ष करों, सीमा शुल्क और केंद्रीय उत्पाद शुल्क मामलों से संबंधित दीवानी, आपराधिक और रिट याचिकाओं में विशेषज्ञता हासिल की। इस दौरान, उनके द्वारा तमिलनाडु सरकार के लिए अतिरिक्त सरकारी वकील (कर), अतिरिक्त केंद्र सरकार के स्थायी वकील और मद्रास हाईकोर्ट में भारत सरकार के वरिष्ठ पैनल वकील के रूप में भी काम किया गया । जस्टिस महादेवन को 2013 में मद्रास हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया गया था। उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई की और कई महत्वपूर्ण निर्णय दिए। अपने उत्कृष्ट कार्य के चलते, वे मद्रास हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के पद तक पहुंचे।

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जस्टिस महादेवन की नियुक्ति के साथ ही, तमिलनाडु के वकील और कानूनी समुदाय ने उनके योगदान की सराहना की। उनकी विधि संबंधी कुशलता और न्यायिक समझ के कारण, उन्हें सुप्रीम कोर्ट में जज के रूप में नियुक्त किया गया, जिससे यह साबित होता है कि उनकी योग्यता और समर्पण को उच्चतम न्यायालय द्वारा मान्यता मिली है। इस नियुक्ति के बाद, तमिलनाडु के कानूनी समुदाय में खुशी और गर्व का माहौल है। वे मानते हैं कि जस्टिस महादेवन का योगदान न केवल राज्य के लिए बल्कि पूरे देश के न्यायिक क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण होगा। उनके नेतृत्व और न्यायिक दृष्टिकोण से न केवल कानूनी प्रणाली को मजबूती मिलेगी, बल्कि न्याय की अवधारणा को भी नया आयाम मिलेगा।

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