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दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसे में बड़ा एक्शन, एमसीडी ने जेई को बर्खास्त किया, एई निलंबित, सात आरोपित गिरफ्तार

राजधानी दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद एमसीडी ने बड़ा एक्शन लिया है। सोमवार को एमसीडी ने कार्रवाई करते हुए जूनियर इंजीनियर (जेई) को बर्खास्त कर दिया है जबकि असिस्टेंट इंजीनियर (एई) को निलंबित कर दिया गया है।

राजधानी दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद एमसीडी ने बड़ा एक्शन लिया है। सोमवार को एमसीडी ने कार्रवाई करते हुए जूनियर इंजीनियर (जेई) को बर्खास्त कर दिया है जबकि असिस्टेंट इंजीनियर (एई) को निलंबित कर दिया गया है। इस हादसे में अतिक्रमण हटाने के लिए मौके पर बुलडोजर भी पहुंच चुके हैं और अभी तक कुल सात आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में एक थार कार मालिक भी शामिल है।

हादसे के बाद मौके पर पहुंचे तीन जेसीबी मशीनों द्वारा ढके हुए नाले से स्लैब को हटाया जा रहा है। राव कोचिंग सेंटर के विपरित जो नाला है, उससे अतिक्रमण को हटाने का काम चल रहा है। एमसीडी आयुक्त अश्वनी कुमार ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए जेई को टर्मिनेट कर दिया है और AE  को निलंबित कर दिया है। दिल्ली पुलिस द्वारा सोमवार को पांच और आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमे से चार बिल्डिंग मालिक और एक थार कार का मालिक भी शामिल है। गिरफ्तार बिल्डिंग मालिकों के नाम सरबजीत सिंह, तेजिंदर सिंह, हरविंदर सिंह और परविंदर सिंह हैं। ये चारों चचेरे भाई हैं और करोलबाग में रहते हैं। इन्होंने राव आइएएस कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता को चार लाख रुपए मासिक किराए पर बिल्डिंग का बेसमेंट एरिया दे रखा था।

डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने मीडिया से बात करते हुए पुष्टि की कि इस मामले में पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या सात हो गई है। गिरफ्तार किए गए लोगों में बेसमेंट के मालिक और एक व्यक्ति शामिल है जिसने एक वाहन चलाया, जिससे इमारत के गेट को नुकसान पहुंचा। डीसीपी एम हर्षवर्धन ने कहा, “इस घटना में जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। हम घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं और इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रख रहे हैं।

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तीन यूपीएससी उम्मीदवारों की मौत पर बोलते हुए डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने कहा कि बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधि करने की कोई अनुमति नहीं थी। हमने एमसीडी से कुछ जानकारी मांगी है, और हम उनकी भूमिका की भी जांच करेंगे। सभी कोणों से जांच चल रही है। उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्रों से शांति बनाए रखने और मुख्य सड़कों को अवरुद्ध न करने की अपील की, और विश्वास जताया कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जा रही है।

 

 

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