भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई है। उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, उनकी हालत फिलहाल स्थिर बनी हुई है, और वे डॉक्टरों की कड़ी निगरानी में हैं। 96 वर्षीय आडवाणी की स्वास्थ्य स्थिति को लेकर उनके समर्थकों और पार्टी के सदस्यों के बीच चिंता बनी हुई है। सूत्रों के मुताबिक, आडवाणी को आज सुबह अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह उल्लेखनीय है कि यह पहली बार नहीं है जब उन्हें इस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जुलाई के पहले सप्ताह में भी आडवाणी को इसी अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था, जहां दो दिन तक चिकित्सकीय देखरेख में रखने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी। उस समय उन्हें न्यूरोलॉजी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. विनीत सूरी की निगरानी में रखा गया था।
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इसके अलावा, इससे पहले भी आडवाणी की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती किया गया था। उस समय, उन्हें रातभर अस्पताल में रखने के बाद छुट्टी दे दी गई थी। लगातार बिगड़ती सेहत के बावजूद, आडवाणी के स्वास्थ्य की स्थिति को स्थिर बनाए रखने के लिए डॉक्टरों की पूरी टीम लगातार काम कर रही है।
लालकृष्ण आडवाणी भारतीय राजनीति के प्रमुख नेताओं में से एक रहे हैं। उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं इस बात को दर्शाती हैं कि उनका राजनीतिक करियर और योगदान आज भी भारतीय जनता पार्टी और उनके समर्थकों के लिए महत्वपूर्ण है। फिलहाल, पार्टी और उनके परिवार के सदस्य उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।