गाजा के अल-तबैइन स्कूल पर हुए एक भीषण हमले में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए हैं। यह स्कूल गाजा सिटी के अल-सहाबा इलाके में स्थित है, जहां विस्थापित शरणार्थियों ने शरण ली हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले का आरोप इस्राइली सेना पर लगाया गया है, जिन्होंने कथित तौर पर हमास के एक कमांड सेंटर को निशाना बनाया था। गाजा के सरकारी मीडिया ने दावा किया कि जब लोग फज्र की नमाज पढ़ रहे थे, तब इस्राइली हवाई हमले में शरणार्थियों को निशाना बनाया गया। प्रारंभिक रिपोर्टों के मुताबिक, हमले में 40 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन बाद में यह संख्या बढ़कर 100 के पार हो गई। इस्राइली सेना ने इस संबंध में बयान जारी कर कहा है कि उन्होंने हमास के आतंकियों के एक कमांड सेंटर पर हमला किया था, जिसमें आम नागरिकों का उपयोग ढाल के रूप में किया गया था।
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गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में इस्राइल और हमास के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। हाल ही में गोलन हाइट्स में हुए एक हिजबुल्ला रॉकेट हमले में 12 बच्चों की मौत हो गई थी। इस हमले के जवाब में इस्राइल ने बेरूत में हिजबुल्ला के एक शीर्ष कमांडर को मार गिराया था। इसके कुछ ही समय बाद, तेहरान में हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हानिया की हत्या कर दी गई थी, जिसका आरोप भी इस्राइल पर लगाया गया था। इस हत्या के बाद, ईरान और इस्राइल के बीच तनाव और बढ़ गया, और ईरान ने इस्राइल पर हमले की धमकी दे दी है।
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पश्चिम एशिया में इस तनाव के बीच, अमेरिका ने भी इस्राइल की मदद के लिए अपने युद्धपोत और लड़ाकू विमानों की एक स्क्वाड्रन पश्चिम एशिया में भेज दी है। हिजबुल्ला ने भी इस्राइल के खिलाफ हमले की चेतावनी दी है। गाजा में हालिया हमले में 100 से अधिक लोगों की मौत से पश्चिम एशिया का यह तनाव और बढ़ सकता है। यह घटनाक्रम इस क्षेत्र में एक बड़े संघर्ष का संकेत दे सकता है, जिसमें कई और देशों के शामिल होने की संभावना है। पश्चिम एशिया में बढ़ते इस तनाव ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता को और बढ़ा दिया है, और आने वाले दिनों में इस्राइल और हमास के बीच स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है।