भारतीय निर्वाचन आयोग ने एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की है जिसमें चुनाव आयोग महाराष्ट्र, झारखंड, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभाओं के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करेगा। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव होंगे। सुप्रीम कोर्ट ने 11 सितंबर 2023 को चुनाव आयोग को जम्मू-कश्मीर में 30 दिसंबर 2024 तक विधानसभा चुनाव आयोजित करने का निर्देश दिया था। इसके बाद, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के अधिकारियों के साथ चुनाव संबंधी मामलों पर चर्चा की थी।
धारा 370 हटाने के बाद और परिसीमन के अभाव में घाटी में चुनाव स्थगित होते रहे। मई 2022 में परिसीमन के बाद जम्मू-कश्मीर विधानसभा की सीटों की संख्या 87 से बढ़कर 90 हो गई है। इसमें जम्मू में 43 और कश्मीर में 47 विधानसभा सीटें शामिल हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव में जम्मू में 37 और कश्मीर घाटी में 46 सीटें थीं, साथ ही 6 सीटें लद्दाख के लिए निर्धारित थीं। परिसीमन के बाद अब चुनाव जम्मू और कश्मीर की इन 90 सीटों पर होंगे।
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हरियाणा में वर्तमान में 90 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से तीन सीटें खाली हैं। विधानसभा में बीजेपी के 41, कांग्रेस के 29, जेजेपी के 10, INLD और HLP के एक-एक विधायक हैं, और पांच निर्दलीय विधायक भी हैं। इस बीच, झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा में 2019 में चुनाव हुए थे और महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर भी 2019 में चुनाव सम्पन्न हुए थे।
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मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चुनाव कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देंगे और विभिन्न राज्यों के चुनावी रोडमैप की घोषणा करेंगे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की जानकारी से संबंधित राज्यों के चुनावी परिदृश्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना है।