भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हाल ही में राहुल गांधी की राजनीति में आए बदलावों की तारीफ की है। उनका यह बयान खासा चर्चा का विषय बना हुआ है। स्मृति ईरानी ने अपने पॉडकास्ट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के राजनीतिक दृष्टिकोण में सकारात्मक परिवर्तन की बात की, जिससे उन्होंने राजनीतिक जगत में हलचल मचा दी है। स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के उस बयान का उल्लेख किया, जो उन्होंने अमेठी में कांग्रेस की जीत के बाद दिया था।
राहुल गांधी ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा था कि हार-जीत राजनीति का हिस्सा है और इस बात को लेकर किसी प्रकार की गलत बयानबाजी नहीं होनी चाहिए। स्मृति ने इसे एक उदाहरण के रूप में पेश किया और कहा कि यह बयान उनके राजनीतिक दृष्टिकोण में आए बदलाव को दर्शाता है।
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अपने पॉडकास्ट में स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि चुनावों में हार-जीत लगी रहती है और इसमें निराश होने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेठी में हारने के बावजूद वह निराश नहीं हैं, बल्कि उन्होंने इसे अपनी जीत के रूप में देखा क्योंकि उन्होंने अमेठी के लोगों के लिए काम किया। स्मृति ने अमेठी से अपने भावनात्मक जुड़ाव पर भी जोर दिया और कहा कि वह इस क्षेत्र से चुनाव हारने के बाद भी निराश नहीं हुईं, क्योंकि भाजपा के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी भी चुनाव हार चुके हैं। उन्होंने याद दिलाया कि वह 2004 में चांदनी चौक से और 2014 में अमेठी से चुनाव हार चुकी हैं, लेकिन उन्होंने हार को कभी अपने काम की बाधा नहीं बनने दिया।
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राहुल गांधी के बयान को लेकर स्मृति ईरानी का यह कहना कि राजनीति में हार-जीत चलती रहती है, एक सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है। उन्होंने अपने अनुभवों से यह संदेश देने की कोशिश की कि राजनीति में धैर्य और संकल्प कितना महत्वपूर्ण होता है। उनका यह बयान केवल एक राजनीतिक टिप्पणी नहीं, बल्कि एक गहरी समझ का प्रतीक है, जो उन्होंने वर्षों के राजनीतिक अनुभव से प्राप्त की है।