भाजपा विधायक नितेश राणे के खिलाफ नफरत भरे भाषण पर दो एफआईआर दर्ज, महाराष्ट्र में राजनीतिक तनाव बढ़ा.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक नितेश राणे के खिलाफ नफरत भरे भाषण देने के आरोप में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। नितेश राणे, जो पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के पुत्र हैं, पर आरोप है कि उन्होंने महाराष्ट्र के अहमदनगर (जिसे अब अहिल्या नगर कहा जाता है) जिले में एक धार्मिक समुदाय के खिलाफ भड़काऊ बयान दिए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक नितेश राणे के खिलाफ नफरत भरे भाषण देने के आरोप में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। नितेश राणे, जो पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के पुत्र हैं, पर आरोप है कि उन्होंने महाराष्ट्र के अहमदनगर (जिसे अब अहिल्या नगर कहा जाता है) जिले में एक धार्मिक समुदाय के खिलाफ भड़काऊ बयान दिए। ये घटनाएं रविवार को अहमदनगर जिले के श्रीरामपुर और तोफखाना इलाकों में सकल हिंदू समाज आंदोलन के आयोजनों के दौरान हुईं। एक वायरल वीडियो में, नितेश राणे को कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भड़काऊ बयान देते हुए सुना गया, जिसमें उन्होंने मुस्लिम समुदाय को महंत रामगिरी महाराज के खिलाफ कुछ भी न बोलने की चेतावनी दी। महंत रामगिरी महाराज पर हाल ही में पैगंबर मुहम्मद और इस्लाम के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणियां करने का आरोप लगा था। वीडियो में नितेश राणे ने कहा, “अगर आप अपने समुदाय की चिंता करते हैं, तो महाराज के बारे में एक शब्द भी न कहें।” इन आरोपों के आधार पर, श्रीरामपुर और तोफखाना पुलिस स्टेशनों में नितेश राणे और आयोजकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रवक्ता वारिस पठान ने इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर साझा किया और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से विधायक की गिरफ्तारी की मांग की। इसके अलावा, मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस आयुक्त विवेक फनसालकर से मुलाकात की और नितेश राणे और अन्य भाजपा नेताओं के खिलाफ भड़काऊ बयानों के लिए कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा राज्य विधानसभा चुनाव से पहले दंगे भड़काना चाहती है। इस मामले पर नितेश राणे के पिता और रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग के सांसद नारायण राणे ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को फटकार लगाई है और उसे किसी भी धर्म को इस मामले में न घसीटने के लिए कहा है। मामला संवेदनशील होने के कारण प्रशासन ने इस पर कड़ी निगरानी रखी है। पुलिस की ओर से दर्ज प्राथमिकी में नितेश राणे पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही है।
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इस पूरे घटनाक्रम ने राज्य में राजनीतिक माहौल को और भी गरम कर दिया है। जहां भाजपा ने अपने विधायक के बचाव में बयान दिया है, वहीं विपक्षी दलों ने इसे राज्य की शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बताया है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर राजनीतिक गहमा-गहमी बढ़ने की संभावना है, क्योंकि राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। इस मामले की जांच जारी है और पुलिस की ओर से इस पर जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट आने की उम्मीद है। महाराष्ट्र सरकार ने इस पर सख्त कदम उठाने का संकेत दिया है ताकि राज्य में किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक तनाव की स्थिति को टाला जा सके।