अमित शाह का पलटवार, राहुल गांधी के आरक्षण और सिखों पर दिए गए बयान से राजनीति गरमाई.
राहुल गांधी के अमेरिका दौरे के दौरान दिए गए आरक्षण और सिख समुदाय से जुड़े बयानों पर भारत की सियासत में उबाल आ गया है। विशेष रूप से गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल के बयानों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर तीखे हमले किए।
राहुल गांधी के अमेरिका दौरे के दौरान दिए गए आरक्षण और सिख समुदाय से जुड़े बयानों पर भारत की सियासत में उबाल आ गया है। विशेष रूप से गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल के बयानों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर तीखे हमले किए। अमित शाह ने राहुल गांधी के आरक्षण को लेकर दिए गए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए साफ शब्दों में कहा, “जब तक भाजपा है, न तो कोई आरक्षण खत्म कर सकता है और न ही देश की सुरक्षा से कोई खिलवाड़ कर सकता है।” शाह ने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने आरक्षण खत्म करने की बात कहकर एक बार फिर कांग्रेस के असली चेहरे को उजागर किया है। शाह ने कांग्रेस पर क्षेत्रवाद, धर्म और भाषाई मतभेदों के आधार पर देश को बांटने की राजनीति करने का आरोप लगाया।
शाह ने आगे कहा, “राहुल गांधी ने बार-बार ऐसे बयान दिए हैं जो देश की एकता और अखंडता के खिलाफ हैं। उन्होंने भारतीय संविधान के तहत दी गई आरक्षण व्यवस्था पर सवाल उठाकर देश के सामाजिक ताने-बाने को कमजोर करने की कोशिश की है। यह वही कांग्रेस है, जिसने हमेशा से आरक्षण का विरोध किया है और अब राहुल गांधी उनके नक्शेकदम पर चल रहे हैं।” राहुल गांधी के बयान की जड़ में उनका वाशिंगटन डीसी के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों के साथ हुआ संवाद है। इस बातचीत के दौरान जब एक छात्र ने राहुल गांधी से जाति आधारित आरक्षण को लेकर सवाल पूछा, तो राहुल गांधी ने जवाब में कहा, “जब भारत निष्पक्ष हो जाएगा, तब हम आरक्षण खत्म करने के बारे में सोच सकते हैं। फिलहाल भारत एक निष्पक्ष जगह नहीं है, इसलिए आरक्षण की व्यवस्था बनी रहेगी।” राहुल गांधी के इस बयान को लेकर भारत में काफी विवाद पैदा हो गया। भाजपा ने इसे कांग्रेस के आरक्षण विरोधी रुख के रूप में देखा।
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हालांकि, बाद में राहुल गांधी ने अपने बयान को लेकर सफाई दी और कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। उनका कहना था कि उन्होंने आरक्षण को खत्म करने की बात नहीं की, बल्कि जब देश में पूर्ण निष्पक्षता होगी, तब इस पर विचार किया जा सकता है। गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि “राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने हमेशा देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया है। चाहे जम्मू-कश्मीर में जेकेएनसी के देश विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो या फिर विदेशी मंचों पर भारत की आलोचना करना, राहुल गांधी ने बार-बार भारत की प्रतिष्ठा को कमजोर करने की कोशिश की है।” शाह ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने हमेशा उन ताकतों का समर्थन किया है जो भारत को कमजोर करने की साजिश रचती हैं।
शाह ने राहुल गांधी के सिखों से जुड़े बयान पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 1984 के सिख दंगों के दौरान सिखों के साथ जो अन्याय किया, वह आज भी देश के सामने एक काला अध्याय है। “राहुल गांधी जिस तरह सिख समुदाय के अधिकारों की बात कर रहे हैं, वह कांग्रेस के इतिहास से मेल नहीं खाता,” शाह ने कहा। भाजपा ने राहुल गांधी के आरक्षण और सिख समुदाय पर दिए गए बयानों को कांग्रेस के खिलाफ अपने राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की रणनीति बनाई है। पार्टी के कई नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस की आलोचना की है। भाजपा का कहना है कि राहुल गांधी के बयानों से कांग्रेस का असली चेहरा सामने आया है, जो हमेशा से आरक्षण और सामाजिक न्याय के खिलाफ रहा है।
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राहुल गांधी के अमेरिका दौरे पर दिए गए बयानों ने भारत की सियासत को एक बार फिर गरमा दिया है। अमित शाह और भाजपा ने राहुल गांधी पर तीखे हमले करते हुए उन्हें कांग्रेस के आरक्षण विरोधी और देश विरोधी चेहरे का प्रतिनिधि बताया है। वहीं, राहुल गांधी ने अपने बयानों को लेकर सफाई देते हुए कहा कि उनके शब्दों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। अब देखना होगा कि यह विवाद आगे क्या मोड़ लेता है, लेकिन फिलहाल यह साफ है कि यह मुद्दा आगामी चुनावी राजनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनेगा।