जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच एक मुठभेड़ में तीन आतंकियों के मारे जाने की खबर है। यह मुठभेड़ शुक्रवार देर रात उत्तरी कश्मीर के पट्टन क्षेत्र के चक टपर गांव में शुरू हुई थी। सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू किया था, जिसके बाद आतंकियों ने उन पर गोलीबारी कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया। इस ऑपरेशन में किसी भी सुरक्षाकर्मी के घायल होने की सूचना नहीं है।
सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों की पहचान और उनके संगठन की जानकारी जुटाने का काम शुरू कर दिया है। अभी तक आतंकियों के संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन सुरक्षा बलों का मानना है कि ये आतंकवादी किसी आतंकी संगठन से जुड़े हुए हो सकते हैं। फिलहाल, पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है ताकि किसी और आतंकी की मौजूदगी की पुष्टि की जा सके।
खबर भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट से केजरीवाल को जमानत, आप नेताओं ने दी प्रतिक्रिया, मनीष सिसोदिया ने कहा “सत्यमेव जयते.
बारामूला की इस मुठभेड़ से कुछ दिन पहले किश्तवाड़ में भी आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच एक मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सेना के दो जवान शहीद हो गए थे। किश्तवाड़ की यह घटना ऐसे समय में हुई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा 20 किलोमीटर दूर होनी थी। इस हमले ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है और प्रधानमंत्री की जनसभा के मद्देनज़र सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
खबर भी पढ़ें : पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर ‘श्री विजयपुरम’ केंद्र सरकार का ऐतिहासिक निर्णय
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की मुहिम लगातार जारी है। पिछले कुछ महीनों में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच कई मुठभेड़ हो चुकी हैं, जिनमें सुरक्षाबलों ने कई आतंकियों को मार गिराया है। बारामूला और किश्तवाड़ की ताजा घटनाएं इस बात की पुष्टि करती हैं कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की चुनौती अभी भी बनी हुई है, और सुरक्षाबलों के लिए यह एक लगातार संघर्ष है। सुरक्षा एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि आतंकियों के पास किस प्रकार का हथियार और गोला-बारूद था, और वे इस इलाके में कैसे पहुंचे। स्थानीय नागरिकों को भी सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने के लिए कहा है।