प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को अपने गृह राज्य गुजरात के अहमदाबाद पहुंचे, जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनके खिलाफ लगातार मजाक उड़ाया गया और अपमानित किया गया। मोदी ने इस आलोचना को गंभीरता से लेते हुए स्पष्ट किया कि वे इसका जवाब देने के बजाय अपने कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने उन्हें निशाना बनाया और उनके कामकाज की आलोचना की, लेकिन उन्होंने सभी आलोचनाओं और अपमान को सहते हुए अपने कर्तव्यों को निभाना जारी रखा। उन्होंने अपने गुजरात के लोगों से कहा कि सरदार पटेल की भूमि से होने के नाते, उन्होंने हर मजाक और अपमान को सहते हुए 100 दिनों के लिए नीति बनाने में पूरी ताकत झोंक दी। उनका संकल्प था कि वे आलोचकों को जवाब देने की बजाय अपनी योजनाओं को पूरा करने में व्यस्त रहेंगे।
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मोदी ने कहा कि उन्होंने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में अभूतपूर्व निर्णय लिए हैं। उन्होंने दिन-रात मेहनत की और देश और विदेश में जहां भी प्रयास करने की जरूरत थी, उन्होंने उसे पूरा किया। उन्होंने कहा, “बीते 100 दिनों में मैंने किसी भी प्रकार की कोर कसर नहीं छोड़ी।”
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प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि वे गुजरात की यात्रा के दौरान पहली बार राज्य में आए हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात उनकी जन्मभूमि है और इसने उन्हें जीवन की हर महत्वपूर्ण सीख दी है। उन्होंने यह भी कहा कि जब एक बेटा अपने घर आता है और अपने अपनों से आशीर्वाद लेता है, तो उसे नई ऊर्जा मिलती है और उसका उत्साह बढ़ जाता है।