कुमारी शैलजा ने भाजपा में शामिल होने की अटकलों को किया खारिज, कहा- “कांग्रेस ही मेरा घर है”
हरियाणा विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं। राज्य में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी बयानबाजी का दौर जारी है। इसी बीच, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद कुमारी शैलजा के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी।
हरियाणा विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं। राज्य में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी बयानबाजी का दौर जारी है। इसी बीच, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद कुमारी शैलजा के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कुमारी शैलजा को भाजपा में शामिल होने का निमंत्रण दिया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कुमारी शैलजा ने स्पष्ट कर दिया कि वह भाजपा में जाने के बारे में नहीं सोच रहीं और उनकी प्राथमिकता हमेशा कांग्रेस ही रहेगी।
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कुमारी शैलजा ने “पंचायत आजतक” के एक इंटरव्यू में इन अटकलों पर अपनी चुप्पी तोड़ी और भाजपा में शामिल होने के प्रस्ताव को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि वह भाजपा के इस प्रस्ताव में कोई दिलचस्पी नहीं रखतीं। शैलजा ने कहा, “मेरा राजनीतिक जीवन भाजपा के कई नेताओं से लंबा है। मुझे किसी तरह की नसीहत देने की जरूरत नहीं है। मैंने अपना रास्ता चुना है, और कांग्रेस ही मेरा भविष्य है।” मनोहर लाल खट्टर ने अपने बयान में कहा था कि कुमारी शैलजा जैसी दलित नेता का कांग्रेस में अपमान हुआ है, और भाजपा ने हमेशा दलितों को सम्मान दिया है। उन्होंने कहा, “हमने पहले भी कई नेताओं को अपने साथ मिलाया है और शैलजा जी का स्वागत करने के लिए तैयार हैं।”
इस पर कुमारी शैलजा ने कड़ा जवाब देते हुए कहा, “जो नेता आज भाजपा में बैठकर इस तरह की बातें कर रहे हैं, वे यह जान लें कि मेरा राजनीतिक जीवन उनसे कहीं ज्यादा लंबा और अनुभव से भरा है। मुझे भ्रमित करने की कोशिश न करें। मैं अपनी पार्टी छोड़कर कहीं नहीं जा रही हूं।” जब शैलजा से पूछा गया कि 25 तारीख को उनके भाजपा में शामिल होने की अफवाहें किस हद तक सही हैं, तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “मेरी रगों में कांग्रेस का खून दौड़ता है। मैं कभी भी भाजपा में शामिल होने की सोच भी नहीं सकती। जिस तरह मेरे पिता कांग्रेस के तिरंगे में लिपटकर गए थे, उसी तरह मैं भी अपनी पार्टी का तिरंगा कभी नहीं छोड़ूंगी।”
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कुमारी शैलजा ने कांग्रेस छोड़ने की किसी भी संभावना को खारिज करते हुए अपनी पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा को दोहराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही उनका घर है और वह अपनी पार्टी के साथ मजबूती से खड़ी रहेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा या अन्य कोई भी दल चाहे जितने भ्रम फैला लें, उनका कांग्रेस के प्रति समर्पण अटूट है।