मोहम्मद अजरुद्दीन को ईडी का समन, हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के 20 करोड़ रुपये की हेराफेरी का मामला.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कांग्रेस नेता मोहम्मद अजरुद्दीन एक बार फिर कानूनी मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन भेजा है।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कांग्रेस नेता मोहम्मद अजरुद्दीन एक बार फिर कानूनी मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन भेजा है। यह मामला एसोसिएशन के फंड से 20 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी का है। अजरुद्दीन को आज, 3 अक्टूबर 2024 को हैदराबाद में ईडी के सामने पेश होना है। ईडी के सूत्रों के अनुसार, हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं पाई गई हैं। एसोसिएशन के अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी फंड का दुरुपयोग किया और उसे निजी लाभ के लिए इस्तेमाल किया। इसी को लेकर ईडी ने एसोसिएशन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी गई है। तीन एफआईआर भी इस मामले में दर्ज की गई हैं।
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यह मामला हैदराबाद के राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के लिए डीजल जनरेटर, अग्निशमन प्रणाली और छतरियों की खरीद में हेराफेरी से जुड़ा है। एसोसिएशन के लिए आवंटित 20 करोड़ रुपये की राशि में कथित तौर पर गड़बड़ी की गई है। आरोप है कि एसोसिएशन के अधिकारियों ने निजी कंपनियों को ऊंची कीमतों पर ठेके दिए, जिससे एसोसिएशन को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। अजरुद्दीन, जो एसोसिएशन के अध्यक्ष रह चुके हैं, को इस मामले में पहला समन जारी किया गया है।
सितंबर 2019 में अजरुद्दीन को हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष चुना गया था। लेकिन उनके कार्यकाल के दौरान एसोसिएशन में अनियमितताओं की खबरें सामने आईं। 2021 में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। एसोसिएशन के सीईओ सुनीत कांत बोस ने अजरुद्दीन और अन्य अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की थी, जिसके बाद यह मामला प्रकाश में आया। हालांकि, अजरुद्दीन ने इन सभी आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि उन्हें बेवजह इस मामले में घसीटा जा रहा है और उन्होंने किसी भी तरह की वित्तीय अनियमितता में भाग नहीं लिया है। इससे पहले भी अजरुद्दीन पर मैच फिक्सिंग के आरोप लग चुके हैं, लेकिन बाद में अदालत ने उन्हें इन आरोपों से बरी कर दिया था।
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अजरुद्दीन का नाम भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में गिना जाता है। उन्होंने भारत के लिए 99 टेस्ट और 334 वनडे मैच खेले हैं। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 45.04 की औसत से 6215 रन बनाए, जबकि वनडे में 36.92 की औसत से 9378 रन बनाए। कप्तान के रूप में उन्होंने 47 टेस्ट और 174 वनडे मैचों में भारतीय टीम का नेतृत्व किया है। क्रिकेट से संन्यास के बाद अजरुद्दीन ने राजनीति में कदम रखा और 2009 में कांग्रेस के टिकट पर मुरादाबाद से सांसद चुने गए। 2018 में उन्हें तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष भी बनाया गया। अब देखना होगा कि ईडी की जांच में क्या निष्कर्ष निकलते हैं और अजरुद्दीन इन आरोपों से कैसे निपटते हैं।