central cabinet - chaupalkhabar.com https://chaupalkhabar.com Wed, 26 Jun 2024 10:49:00 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.1 https://chaupalkhabar.com/wp-content/uploads/2024/08/cropped-Screenshot_2024-08-04-18-50-20-831_com.whatsapp-edit-32x32.jpg central cabinet - chaupalkhabar.com https://chaupalkhabar.com 32 32 शपथग्रहण के बाद अरुण गोविल ने ‘बेईमानी से जीते…’ कहा, तो सपा सांसदों ने ‘जय अवधेश’ के नारे लगाए। https://chaupalkhabar.com/2024/06/26/after-swearing-in-arun-govi/ https://chaupalkhabar.com/2024/06/26/after-swearing-in-arun-govi/#respond Wed, 26 Jun 2024 10:49:00 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=3748 भाजपा सांसद अरुण गोविल ने संस्कृत में सांसद पद की शपथ ली और उसके बाद जय श्री राम के नारे लगाए। शपथ के बाद जब वे वापस लौटने लगे तो समाजवादी पार्टी के सांसदों ने जय अवधेश के नारे लगाने शुरू कर दिए। हालांकि, अरुण गोविल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इससे पहले …

The post शपथग्रहण के बाद अरुण गोविल ने ‘बेईमानी से जीते…’ कहा, तो सपा सांसदों ने ‘जय अवधेश’ के नारे लगाए। first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
भाजपा सांसद अरुण गोविल ने संस्कृत में सांसद पद की शपथ ली और उसके बाद जय श्री राम के नारे लगाए। शपथ के बाद जब वे वापस लौटने लगे तो समाजवादी पार्टी के सांसदों ने जय अवधेश के नारे लगाने शुरू कर दिए। हालांकि, अरुण गोविल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इससे पहले सपा सांसदों ने अरुण गोविल के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि उन्होंने बेईमानी से जीत हासिल की है लोकसभा चुनाव में मेरठ संसदीय क्षेत्र से जीत दर्ज करने के बाद भाजपा सांसद अरुण गोविल ने नई दिल्ली स्थित संसद भवन में शपथ ली। उन्होंने सांसद पद की शपथ संस्कृत भाषा में ली और शपथग्रहण के बाद जय श्री राम के नारे भी लगाए।

ये खबर भी पढ़ें : एमपी में मुख्यमंत्री और सभी मंत्री खुद भरेंगे अपना इनकम टैक्स, 52 साल बाद मोहन सरकार ने नियमों में किया बदलाव.

जब भाजपा सांसद अरुण गोविल शपथ लेने के लिए आगे बढ़े, तो समाजवादी पार्टी के सांसदों ने उन पर कटाक्ष किया और कहा, “बेईमानी से जीते-बेईमानी से जीते।” अरुण गोविल ने इन टिप्पणियों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और शपथ के लिए आगे बढ़ गए। संस्कृत में शपथ लेने के बाद भाजपा सांसद ने जय श्री राम के नारे लगाए, जिस पर सपा सांसदों ने एक बार फिर कटाक्ष करते हुए ‘जय अवधेश-जय अवधेश’ के नारे लगाए। इस दौरान समाजवादी पार्टी के फैजाबाद लोकसभा सीट से सांसद अवधेश प्रसाद ने खड़े होकर सांसदों का अभिवादन किया। अरुण गोविल, जिन्होंने रामानंद सागर के टीवी धारावाहिक ‘रामायण’ में भगवान राम की भूमिका निभाई थी, ने अपने राजनीतिक करियर में इस तरह की प्रतिक्रियाओं का सामना किया।

ये खबर भी पढ़ें : ओम बिरला दूसरी बार बने लोकसभा स्पीकर: पहली बार कब आए चर्चा में? जानिए उनके रिकॉर्ड और उपलब्धियां।

संसद भवन में इस प्रकार के घटनाक्रम ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया। एक तरफ जहां भाजपा समर्थक अरुण गोविल के संस्कृत में शपथ लेने और जय श्री राम के नारे लगाने को उनके धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति उनकी निष्ठा के रूप में देख रहे थे, वहीं दूसरी तरफ सपा सांसद इस पर कटाक्ष कर रहे थे और इसे राजनीतिक अवसरवादिता के रूप में देख रहे थे। इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, “यह 18वीं लोकसभा लोकतंत्र का विश्व का सबसे बड़ा उत्सव है। अन्य चुनौतियों के बावजूद 64 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने पूरे उत्साह के साथ चुनाव में भाग लिया। मैं सदन की ओर से उनका और देश की जनता का आभार व्यक्त करता हूं।”

ओम बिरला ने आगे कहा, “लोकसभा में विभिन्न विचारधाराओं और क्षेत्रों के प्रतिनिधियों का स्वागत है। हमें आपसी सहमति और संवाद के माध्यम से देश के विकास में योगदान देना है।” अरुण गोविल की जीत और उनके शपथग्रहण का यह घटनाक्रम भारतीय राजनीति में धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीकों के उपयोग पर एक नई बहस छेड़ गया है। समर्थकों का कहना है कि यह उनकी व्यक्तिगत आस्थाओं और भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान का प्रतीक है, जबकि आलोचकों का मानना है कि इसे राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच इस मुद्दे पर विरोधाभास ने संसद में एक नया विवाद उत्पन्न किया है। भविष्य में इस प्रकार के घटनाक्रमों का राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखना बाकी है। लेकिन एक बात साफ है कि अरुण गोविल की संस्कृत में शपथ और जय श्री राम के नारे भारतीय राजनीति में एक नई दिशा और दृष्टिकोण प्रस्तुत कर रहे हैं।

The post शपथग्रहण के बाद अरुण गोविल ने ‘बेईमानी से जीते…’ कहा, तो सपा सांसदों ने ‘जय अवधेश’ के नारे लगाए। first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/06/26/after-swearing-in-arun-govi/feed/ 0
मोदी 3.0 में अजित पवार गुट को नहीं दिया गया कोई मंत्री पद, विपक्ष ने सरकार को घेरा; एकनाथ शिंदे पर भी कसे तंज। https://chaupalkhabar.com/2024/06/10/modi-3-0-in-ajit-pawar-group/ https://chaupalkhabar.com/2024/06/10/modi-3-0-in-ajit-pawar-group/#respond Mon, 10 Jun 2024 11:14:24 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=3547 अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी ने राज्य मंत्री पद को अस्वीकार करते हुए कैबिनेट पद पर जोर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें अभी तक कोई पद नहीं मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नई केंद्रीय सरकार में एनसीपी का कोई नेता शामिल नहीं किया गया है। रविवार को नरेंद्र मोदी ने तीसरी …

The post मोदी 3.0 में अजित पवार गुट को नहीं दिया गया कोई मंत्री पद, विपक्ष ने सरकार को घेरा; एकनाथ शिंदे पर भी कसे तंज। first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी ने राज्य मंत्री पद को अस्वीकार करते हुए कैबिनेट पद पर जोर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें अभी तक कोई पद नहीं मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नई केंद्रीय सरकार में एनसीपी का कोई नेता शामिल नहीं किया गया है। रविवार को नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, और इस अवसर पर महाराष्ट्र के कई सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली। हालांकि, अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी को मंत्रीमंडल में कोई स्थान नहीं मिला। एनसीपी के इस निर्णय ने विपक्ष को सरकार की आलोचना का मौका दिया है। महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर निशाना साधा। एमवीए के नेताओं का कहना है कि एनसीपी को राज्य मंत्री पद अस्वीकार करने के बाद कैबिनेट में शामिल होने की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।

शपथ ग्रहण समारोह में शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के प्रतापराव जाधव ने स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। इसके विपरीत, अजित पवार की एनसीपी ने राज्य मंत्री पद को अस्वीकार कर दिया और केवल कैबिनेट पद पर जोर दिया। इस स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि मोदी कैबिनेट में एनसीपी और शिवसेना का मामूली प्रतिनिधित्व साबित करता है कि भाजपा ने उन्हें उनकी औकात दिखा दी है। राउत ने यह भी कहा, “जब आप किसी के गुलाम बनने का फैसला करते हैं तो आपको यही मिलता है।” कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने इस मामले पर कहा कि यदि अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी राज्य मंत्री पद को स्वीकार नहीं करती है, तो उन्हें भविष्य में कैबिनेट में किसी भी पद की आशा नहीं रखनी चाहिए। वडेट्टीवार, जो महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं, ने आगे कहा कि अजित पवार को देर से ही सही, यह एहसास हुआ होगा कि भाजपा अपने सहयोगियों के लिए ‘इस्तेमाल करो और फेंक दो’ की नीति रखती है।

ये खबर भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ : राज्यमंत्री बनने वाले राज्य के 7वें सांसद तोखन साहू को पहली बार मिली मोदी कैबिनेट में जगह.

एनसीपी की इस स्थिति ने महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति में तनाव को बढ़ा दिया है। एक तरफ जहां एनसीपी ने अपने रुख में दृढ़ता दिखाई है, वहीं दूसरी ओर भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने अपने निर्णयों के माध्यम से स्पष्ट संदेश दिया है। एनसीपी के इस कदम का भविष्य में महाराष्ट्र की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखने वाली बात होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के बाद एनसीपी की यह स्थिति स्पष्ट करती है कि पार्टी अपने उद्देश्यों और मांगों को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए है। विपक्षी दलों ने इसे भाजपा की अपने सहयोगियों के प्रति नीति का उदाहरण बताया है।

ये खबर भी पढ़ें: कांग्रेस ने NDA पर कसा तंज कहा एनडीए मतलब नीतीश/नायडू डिपेंडेंट एलायंस

महा विकास अघाड़ी के नेताओं ने एनसीपी को सावधान करते हुए कहा कि यदि वे राज्य मंत्री पद को अस्वीकार करते हैं, तो भविष्य में उन्हें कैबिनेट में स्थान मिलने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। यह राजनीति का एक जटिल खेल है जहां निर्णय और रणनीतियों का व्यापक प्रभाव पड़ता है। एनसीपी के इस निर्णय का परिणाम क्या होगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल यह स्पष्ट है कि महाराष्ट्र की राजनीति में यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है।

The post मोदी 3.0 में अजित पवार गुट को नहीं दिया गया कोई मंत्री पद, विपक्ष ने सरकार को घेरा; एकनाथ शिंदे पर भी कसे तंज। first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/06/10/modi-3-0-in-ajit-pawar-group/feed/ 0
छत्तीसगढ़ : राज्यमंत्री बनने वाले राज्य के 7वें सांसद तोखन साहू को पहली बार मिली मोदी कैबिनेट में जगह. https://chaupalkhabar.com/2024/06/10/chhattisgarh-minister-of-state-b/ https://chaupalkhabar.com/2024/06/10/chhattisgarh-minister-of-state-b/#respond Mon, 10 Jun 2024 06:40:57 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=3533 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद अपनी नई कैबिनेट का गठन किया है। पीएम मोदी के साथ सभी कैबिनेट मंत्रियों ने रविवार, 9 जून को मंत्री पद की शपथ ली। इस बार की कैबिनेट में छत्तीसगढ़ से 10 नवनिर्वाचित बीजेपी सांसदों में से केवल एक, तोखन साहू …

The post छत्तीसगढ़ : राज्यमंत्री बनने वाले राज्य के 7वें सांसद तोखन साहू को पहली बार मिली मोदी कैबिनेट में जगह. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद अपनी नई कैबिनेट का गठन किया है। पीएम मोदी के साथ सभी कैबिनेट मंत्रियों ने रविवार, 9 जून को मंत्री पद की शपथ ली। इस बार की कैबिनेट में छत्तीसगढ़ से 10 नवनिर्वाचित बीजेपी सांसदों में से केवल एक, तोखन साहू को शामिल किया गया है। उन्होंने 2024 में बिलासपुर लोकसभा सीट जीतने वाले केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है, साल 2000 में छत्तीसगढ़ के गठन के बाद से ही, सत्तारूढ़ बीजेपी ने आम चुनावों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। 2004, 2009 और 2014 में बीजेपी ने 11 में से 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी, वहीं साल 2019 में बीजेपी ने 9 सीटों पर जीत हासिल की थी। 2024 में यह संख्या बढ़कर फिर 10 हो गई है।

शपथ ग्रहण से पहले तक, छत्तीसगढ़ से कई सांसदों के नाम सामने आ रहे थे जिन्हें केंद्रीय मंत्री पद मिलने की संभावना जताई जा रही थी। बृजमोहन अग्रवाल, विजय बघेल जैसे वरिष्ठ नेताओं के नाम इस दौड़ में शामिल थे। संतोष पाण्डेय का नाम भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा में था। लेकिन अंततः प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट में शामिल होने के लिए तोखन साहू को चुना गया। तोखन साहू का केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होना छत्तीसगढ़ बीजेपी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। तोखन साहू प्रभावशाली अन्य पिछड़ी जाति (ओबीसी) वर्ग से आते हैं और समुदाय में उनकी अच्छी पकड़ है। इस वजह से, उन्हें कैबिनेट में शामिल करने का निर्णय लिया गया। इससे पहले, सरगुजा से तत्कालीन सांसद रेणुका सिंह को जनजातीय मामलों का केंद्रीय राज्य मंत्री नियुक्त किया गया था। रेणुका सिंह बाद में छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए चुनी गईं और उनकी जगह तोखन साहू को मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

तोखन साहू प्रभावशाली अन्य पिछड़ी जाति (ओबीसी) वर्ग से आते हैं और समुदाय में उनकी अच्छी पकड़ है। इस वजह से, उन्हें कैबिनेट में शामिल करने का निर्णय लिया गया।

तोखन साहू के मंत्री बनने से छत्तीसगढ़ के विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। छत्तीसगढ़ बीजेपी की ओर से जारी किए गए एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि तोखन साहू का केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होना पूरे राज्य के लिए खुशी की बात है। हम विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के संकल्प को पूरा करने के लिए मिलकर काम करेंगे, और देश और राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। बिलासपुर सीट से तोखन साहू की जीत छत्तीसगढ़ के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपने प्रभावशाली चुनाव प्रचार और जनता से जुड़ाव के कारण यह सफलता हासिल की है। तोखन साहू की राजनीतिक यात्रा का आरंभ उनके क्षेत्र में जमीनी स्तर पर काम करने से हुआ। उन्होंने समाज सेवा और जनहित के कार्यों में अपनी सक्रिय भागीदारी दिखाई, जिससे जनता में उनकी छवि एक ईमानदार और कर्मठ नेता के रूप में बनी।

ये खबर भी पढ़ें: दिल्ली में हुए जल संकट को लेकर आतिशी ने हरियाणा सरकार को घेरा कहा अगर दिल्ली को पानी नहीं दिया गया तो पूरी दिल्ली में त्राहि-त्राहि मच जाएगी।

तोखन साहू ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान छत्तीसगढ़ की जनता को विकास के नए वादे किए थे। उनकी प्राथमिकता में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और बुनियादी ढांचे का विकास प्रमुख रहा है। उन्होंने चुनावी रैलियों में कहा था कि वे छत्तीसगढ़ को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। पीएम मोदी की कैबिनेट में तोखन साहू की नियुक्ति से राज्य में बीजेपी की पकड़ और मजबूत हुई है। इसका मुख्य कारण है कि साहू का जनाधार काफी व्यापक है और वे अपने क्षेत्र में लोकप्रिय नेता हैं। उनकी नियुक्ति से ओबीसी समुदाय को भी संदेश गया है कि बीजेपी उनकी भागीदारी को महत्व देती है।

ये खबर भी पढ़ें: पाकिस्तान के बिज़नेसमैन ने जमकर की पीएम मोदी की तारीफ़ कहा भारत ही नहीं, पाकिस्‍तान के लिए भी अच्‍छे हैं।

छत्तीसगढ़ में बीजेपी के लिए यह समय काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि आगामी विधानसभा चुनावों में भी पार्टी को अपना प्रदर्शन बेहतर करना है। तोखन साहू की नियुक्ति से पार्टी को स्थानीय स्तर पर मजबूती मिलेगी और इसका लाभ आगामी चुनावों में भी देखने को मिल सकता है। तोखन साहू की नियुक्ति पर छत्तीसगढ़ बीजेपी के नेताओं ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने इसे राज्य के विकास के लिए एक सकारात्मक कदम बताया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि साहू का केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होना राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने कहा कि साहू के अनुभव और कार्यकुशलता का लाभ राज्य को मिलेगा और वे छत्तीसगढ़ को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने में मदद करेंगे।

The post छत्तीसगढ़ : राज्यमंत्री बनने वाले राज्य के 7वें सांसद तोखन साहू को पहली बार मिली मोदी कैबिनेट में जगह. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/06/10/chhattisgarh-minister-of-state-b/feed/ 0