farmers' issues - chaupalkhabar.com https://chaupalkhabar.com Tue, 03 Sep 2024 12:16:22 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7 https://chaupalkhabar.com/wp-content/uploads/2024/08/cropped-Screenshot_2024-08-04-18-50-20-831_com.whatsapp-edit-32x32.jpg farmers' issues - chaupalkhabar.com https://chaupalkhabar.com 32 32 केंद्रीय कैबिनेट की बैठक: किसानों के लिए 7 कल्याणकारी योजनाओं को मिली मंजूरी, 14,000 करोड़ रुपये का आवंटन. https://chaupalkhabar.com/2024/09/03/central-cabinet-meeting/ https://chaupalkhabar.com/2024/09/03/central-cabinet-meeting/#respond Tue, 03 Sep 2024 12:16:22 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=4607 सोमवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में किसानों के कल्याण के लिए 7 प्रमुख योजनाओं को मंजूरी दी गई है। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, जिनका उद्देश्य किसानों …

The post केंद्रीय कैबिनेट की बैठक: किसानों के लिए 7 कल्याणकारी योजनाओं को मिली मंजूरी, 14,000 करोड़ रुपये का आवंटन. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
सोमवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में किसानों के कल्याण के लिए 7 प्रमुख योजनाओं को मंजूरी दी गई है। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, जिनका उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि करना और उनके जीवन को बेहतर बनाना है। इन योजनाओं के लिए कुल 14,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है।

1. फसल विज्ञान में निवेश:
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि कैबिनेट ने फसल विज्ञान, खाद्य और पोषण के क्षेत्र में निवेश के लिए 3,979 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी है। यह योजना किसानों को बेहतर उत्पादन तकनीकों और पोषण संबंधी फसलों की खेती में मदद करेगी।

2. डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन:
कैबिनेट ने डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन के लिए 2,817 करोड़ रुपये की योजना को स्वीकृति दी है। इस योजना का उद्देश्य देश में कृषि क्षेत्र में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास करना है। यह डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर किसानों को नई तकनीकों का उपयोग करने और कृषि उत्पादकता बढ़ाने में मदद करेगा।

खबर भी पढ़ें : मध्यम वर्ग में बढ़ता असंतोष, मोदी सरकार की दीर्घकालिक रणनीति पर सवाल.

3. कृषि शिक्षा और प्रबंधन:
कृषि शिक्षा और प्रबंधन को मजबूत करने के लिए 2,292 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है। इस योजना का उद्देश्य कृषि विज्ञान में नवाचार और शिक्षा को बढ़ावा देना है, ताकि युवा किसानों को उन्नत तकनीकों के बारे में जानकारी मिल सके और वे कृषि प्रबंधन में कुशल बन सकें।

4. टिकाऊ पशुधन स्वास्थ्य:
कृषि के साथ-साथ पशुपालन क्षेत्र में सुधार के लिए भी कदम उठाए गए हैं। टिकाऊ पशुधन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए 1,702 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है। इस योजना के तहत पशुओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और टिकाऊ पशुपालन के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।

5. बागवानी में वृद्धि:
बागवानी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए 860 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है। इस योजना के तहत फलों, सब्जियों, फूलों और अन्य बागवानी उत्पादों की खेती को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।

6. कृषि विज्ञान केंद्र:
कृषि विज्ञान केंद्रों के विकास के लिए 1,202 करोड़ रुपये की योजना को स्वीकृति दी गई है। यह केंद्र किसानों को कृषि विज्ञान के नए तरीकों और तकनीकों के बारे में जागरूक करने के लिए स्थापित किए जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों के प्रति संवेदनशील बनाना है।

7. प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन:
प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन और उनके संरक्षण के लिए 1,115 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है। इस योजना के तहत कृषि क्षेत्र में जल, मिट्टी और अन्य प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और प्रबंधन किया जाएगा, जिससे सतत विकास सुनिश्चित हो सके।

खबर भी पढ़ें : हरियाणा विधानसभा चुनाव: कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की संभावना पर चर्चा तेज.

किसानों की योजनाओं के अलावा, मोदी कैबिनेट ने गुजरात के साणंद में एक सेमीकंडक्टर यूनिट स्थापित करने के लिए 3,300 करोड़ रुपये की योजना को भी मंजूरी दी है। यह यूनिट प्रतिदिन 60 लाख चिप का उत्पादन करेगी और इसका उपयोग औद्योगिक, ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रिक वाहन, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, दूरसंचार, और मोबाइल फोन जैसे क्षेत्रों में किया जाएगा। इसके अलावा, कैबिनेट ने 309 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन परियोजना को भी मंजूरी दी है, जो मुंबई और इंदौर के बीच सबसे छोटी रेल कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। इस परियोजना के तहत महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के असंबद्ध क्षेत्रों को जोड़ा जाएगा और इसका निर्माण 2028-29 तक पूरा होने की संभावना है। इस परियोजना से 102 लाख मानव दिवसों का प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होगा। इन योजनाओं और परियोजनाओं का उद्देश्य देश के कृषि और औद्योगिक क्षेत्र को मजबूत करना है, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में समग्र विकास हो सके।

The post केंद्रीय कैबिनेट की बैठक: किसानों के लिए 7 कल्याणकारी योजनाओं को मिली मंजूरी, 14,000 करोड़ रुपये का आवंटन. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/09/03/central-cabinet-meeting/feed/ 0
किसानों के मुद्दों पर घिरी कंगना, अब पार्टी अध्यक्ष नड्डा ने भी किया तलब. https://chaupalkhabar.com/2024/08/29/surrounded-by-farmers-issues/ https://chaupalkhabar.com/2024/08/29/surrounded-by-farmers-issues/#respond Thu, 29 Aug 2024 11:35:27 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=4518 भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मंडी से सांसद और मशहूर बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने हाल ही में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब किसान आंदोलन पर कंगना के विवादास्पद बयान ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। भाजपा के शीर्ष नेताओं से …

The post किसानों के मुद्दों पर घिरी कंगना, अब पार्टी अध्यक्ष नड्डा ने भी किया तलब. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मंडी से सांसद और मशहूर बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने हाल ही में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब किसान आंदोलन पर कंगना के विवादास्पद बयान ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। भाजपा के शीर्ष नेताओं से यह उनकी पहली मुलाकात मानी जा रही है, जो उनके बयान के बाद सुर्खियों में आई है इस हफ्ते की शुरुआत में कंगना ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन पर एक विवादास्पद टिप्पणी की थी। उन्होंने दावा किया था कि यदि देश में एक मजबूत नेतृत्व न होता, तो भारत में ‘बांग्लादेश जैसी स्थिति’ पैदा हो सकती थी। कंगना ने यह टिप्पणी अपने एक साक्षात्कार के दौरान की, जिसे उन्होंने बाद में सोशल मीडिया पर भी साझा किया।

कंगना का बयान यहीं तक नहीं रुका। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि किसान आंदोलन के दौरान “शव लटक रहे थे और बलात्कार हो रहे थे।” कंगना ने इस ‘साजिश’ में चीन और अमेरिका के शामिल होने का भी दावा किया, जो विपक्षी दलों द्वारा आलोचना का शिकार बना। कंगना के इन बयानों के बाद भाजपा ने तुरंत कार्रवाई की। पार्टी ने कंगना के विचारों से असहमति व्यक्त करते हुए उनकी टिप्पणियों की निंदा की और यह स्पष्ट किया कि उन्हें पार्टी के नीतिगत मामलों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “कंगना के बयानों से पार्टी को नुकसान हो सकता है, और इसलिए उन्हें भविष्य में ऐसे किसी भी बयान से बचने की सख्त हिदायत दी गई है।”

खबर भी पढ़ें : स्मृति ईरानी ने की राहुल गांधी की तारीफ कहा,राहुल गांधी जब संसद में टीशर्ट पहनते हैं, तो वह जानते हैं कि इससे युवाओं में क्या संदेश जाएगा।

इसके साथ ही, भाजपा ने एक औपचारिक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया, “भारतीय जनता पार्टी ने कंगना रनौत को भविष्य में इस तरह का कोई भी बयान देने से मना किया है।” पार्टी के इस बयान में यह भी कहा गया कि भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के सिद्धांतों का पालन करती है और सामाजिक सद्भाव के प्रति प्रतिबद्ध है। कंगना के इस बयान पर विपक्षी दलों ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। कई विपक्षी नेताओं ने कंगना पर झूठे आरोप लगाने और जनता को भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि कंगना के बयान न केवल समाज में अशांति फैलाने वाले हैं, बल्कि यह पार्टी की छवि को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।

खबर भी पढ़ें : दिल्ली हाईकोर्ट में बृजभूषण शरण सिंह की याचिका पर आपत्ति, यौन उत्पीड़न मामले में अगली सुनवाई 26 सितंबर को.

भाजपा ने हालांकि यह भी स्पष्ट कर दिया कि कंगना की टिप्पणियों से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है और वे पार्टी की आधिकारिक लाइन का प्रतिनिधित्व नहीं करतीं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कंगना को यह भी चेतावनी दी कि वे अपने बयानों में सावधानी बरतें और पार्टी के नीतिगत मामलों पर बिना अनुमति के कुछ भी न कहें। कंगना रनौत को लेकर भाजपा का रुख स्पष्ट हो चुका है। पार्टी ने कंगना को सार्वजनिक मंच पर किसी भी प्रकार की नीतिगत टिप्पणी करने से मना किया है और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि उनके बयान पार्टी की विचारधारा और नीति के अनुरूप हों।

यह देखना दिलचस्प होगा कि कंगना इस सख्त हिदायत के बाद अपने बयानों में कितनी सतर्कता बरतती हैं और भाजपा के साथ उनके संबंध किस दिशा में आगे बढ़ते हैं। उनकी यह मुलाकात राजनीतिक और फिल्मी जगत में चर्चा का विषय बन गई है, और इससे आने वाले समय में उनकी भूमिका और बयानबाजी पर नजर रखी जाएगी।

The post किसानों के मुद्दों पर घिरी कंगना, अब पार्टी अध्यक्ष नड्डा ने भी किया तलब. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/08/29/surrounded-by-farmers-issues/feed/ 0