INDI Allence - chaupalkhabar.com https://chaupalkhabar.com Sat, 15 Jun 2024 07:56:17 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.1 https://chaupalkhabar.com/wp-content/uploads/2024/08/cropped-Screenshot_2024-08-04-18-50-20-831_com.whatsapp-edit-32x32.jpg INDI Allence - chaupalkhabar.com https://chaupalkhabar.com 32 32 खरगे के बयान पर मचा सियासी हंगामा कहा कभी भी गिर सकती है NDA की सरकार,JDU नेता ने किया करारा पलटवार https://chaupalkhabar.com/2024/06/15/political-uproar-over-kharges-statement/ https://chaupalkhabar.com/2024/06/15/political-uproar-over-kharges-statement/#respond Sat, 15 Jun 2024 07:56:17 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=3591 लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस के हौसले एक बार फिर बुलंद हो गए हैं। भले ही एनडीए गठबंधन ने सरकार बनाने में सफलता प्राप्त कर ली हो, मगर आई.एन.डी.आई. गठबंधन ने 234 सीटें जीतकर अपनी मजबूती का प्रदर्शन किया है। दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को नीतीश कुमार की जनता दल …

The post खरगे के बयान पर मचा सियासी हंगामा कहा कभी भी गिर सकती है NDA की सरकार,JDU नेता ने किया करारा पलटवार first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस के हौसले एक बार फिर बुलंद हो गए हैं। भले ही एनडीए गठबंधन ने सरकार बनाने में सफलता प्राप्त कर ली हो, मगर आई.एन.डी.आई. गठबंधन ने 234 सीटें जीतकर अपनी मजबूती का प्रदर्शन किया है। दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) और चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के सहारे सरकार चलानी पड़ रही है। इसी बीच, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने बयान में मोदी सरकार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। खरगे ने कहा कि भाजपा अब नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की पार्टियों के सहारे सरकार चला रही है, जो खुद अपने राज्यों में संघर्ष कर रही हैं। खरगे का कहना है कि यह स्पष्ट है कि जनादेश मोदी सरकार के खिलाफ था और जनता ने भाजपा को स्पष्ट रूप से नकार दिया है। फिर भी, गठबंधन की राजनीति और छोटे दलों के समर्थन के कारण भाजपा सत्ता में आई है।

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रवक्ता एजाज अहमद ने मल्लिकार्जुन खरगे के बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि खरगे सही कह रहे हैं। जनादेश स्पष्ट रूप से मोदी सरकार के खिलाफ था और मतदाताओं ने उन्हें स्वीकार नहीं किया। फिर भी, भाजपा ने छोटे दलों और गठबंधन की मदद से सत्ता में आना सुनिश्चित किया है। बिहार के पूर्व सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री और जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने खरगे के बयान पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने पीवी नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह की कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारों के स्कोरकार्ड की चर्चा की। नीरज ने पूछा कि क्या खरगे कांग्रेस की विरासत से अनभिज्ञ हैं? उन्होंने कहा, “कांग्रेस अब 99 के चक्कर में फंस गई है।” नीरज का इशारा कांग्रेस की इस बार की 99 सीटों पर जीत की ओर था, जो पार्टी के लिए चिंता का विषय है।

ये खबर भी पढ़ें: G7 शिखर सम्मेलन 2024: पीएम मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से की मुलाकात, द्विपक्षीय संबंधों पर हुई चर्चा

इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 240 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस 99 सीटों पर सिमट गई। हालांकि, रिजल्ट सामने आने के दो दिन बाद ही एक निर्दलीय सांसद ने कांग्रेस में शामिल होकर पार्टी की संख्या 100 तक पहुंचा दी। आई.एन.डी.आई. गठबंधन की 234 सीटों की जीत ने यह साफ कर दिया कि विपक्षी दलों की स्थिति मजबूत है और वे सत्ता पक्ष को कड़ी चुनौती देने में सक्षम हैं। इस चुनाव परिणाम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारतीय राजनीति में गठबंधन की भूमिका महत्वपूर्ण होती जा रही है। भाजपा को सरकार बनाने के लिए जेडीयू और टीडीपी जैसे सहयोगियों की जरूरत पड़ रही है, वहीं आई.एन.डी.आई. गठबंधन ने भी अपनी प्रभावी उपस्थिति दर्ज कराई है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि भारतीय राजनीति में अब एकल पार्टी की बजाय गठबंधन की राजनीति अधिक प्रभावी होती जा रही है।

ये खबर भी पढ़ें: राज्यसभा उपचुनाव: 10 सीटों पर होगा खेल, I.N.D.I.A. को लगेगा तगड़ा झटका.

कांग्रेस के लिए यह समय आत्ममंथन और अपनी रणनीति पर पुनर्विचार का है। मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में पार्टी को अब आगे की राह पर ध्यान केंद्रित करना होगा और उन कमजोरियों को दूर करना होगा जो इस चुनाव में उजागर हुईं। कांग्रेस को अब अपनी संगठनात्मक संरचना को मजबूत करने के साथ ही युवाओं और नए वोटर्स को आकर्षित करने की दिशा में काम करना होगा। लोकसभा चुनाव के इस परिणाम ने भारतीय राजनीति में नए समीकरण और नए समीकरणों की संभावनाओं को जन्म दिया है। भाजपा ने अपनी सरकार तो बना ली है, लेकिन उसे सहयोगी दलों की आवश्यकता ने उसकी स्थिति को कुछ हद तक कमजोर कर दिया है। वहीं, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के लिए यह समय एक नई शुरुआत और अपने लक्ष्यों को पुनः परिभाषित करने का है। मल्लिकार्जुन खरगे का तीखा बयान और आरजेडी का समर्थन इस बात का संकेत है कि विपक्ष अब और अधिक संगठित और आक्रामक रूप से अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।

The post खरगे के बयान पर मचा सियासी हंगामा कहा कभी भी गिर सकती है NDA की सरकार,JDU नेता ने किया करारा पलटवार first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/06/15/political-uproar-over-kharges-statement/feed/ 0
CWC सदस्यों ने रखा प्रस्ताव, राहुल गांधी को बनाया जाए लोकसभा में विपक्ष का नेता. https://chaupalkhabar.com/2024/06/08/cwc-members-put-proposal-r/ https://chaupalkhabar.com/2024/06/08/cwc-members-put-proposal-r/#respond Sat, 08 Jun 2024 09:47:08 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=3518 कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने शनिवार को महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें भविष्य की रणनीति तय करने के लिए हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के परिणामों पर विचार-विमर्श किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) के सदस्य उपस्थित थे, जिनमें पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी …

The post CWC सदस्यों ने रखा प्रस्ताव, राहुल गांधी को बनाया जाए लोकसभा में विपक्ष का नेता. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने शनिवार को महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें भविष्य की रणनीति तय करने के लिए हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के परिणामों पर विचार-विमर्श किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) के सदस्य उपस्थित थे, जिनमें पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल थे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी चुनावी रणनीति की रूपरेखा तैयार करना और पार्टी को मजबूत करने के उपायों पर चर्चा करना था। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य का विश्लेषण किया और पार्टी के प्रदर्शन पर विचार-विमर्श किया। इसके साथ ही, उन्होंने आगामी चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की।

सूत्रों के अनुसार, इस बैठक के दौरान कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों ने एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया। इस प्रस्ताव में राहुल गांधी को लोकसभा में पार्टी का नेता नियुक्त करने की बात कही गई है। यह प्रस्ताव राहुल गांधी के अनुभव और उनके नेतृत्व क्षमता को ध्यान में रखते हुए पारित किया गया। सदस्यों का मानना है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी को नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने राहुल गांधी की राजनीतिक दूरदर्शिता और उनकी नेतृत्व क्षमता की प्रशंसा की। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी को विपक्ष में मजबूती मिलेगी और वह जनता की समस्याओं को प्रभावी ढंग से उठाने में सक्षम होंगे। राहुल गांधी को पार्टी का नेता नियुक्त करने के इस प्रस्ताव का उद्देश्य पार्टी के भीतर एकता और संगठनात्मक मजबूती को बढ़ावा देना है।

प्रस्ताव में राहुल गांधी को लोकसभा में पार्टी का नेता नियुक्त करने की बात कही गई है। यह प्रस्ताव राहुल गांधी के अनुभव और उनके नेतृत्व क्षमता को ध्यान में रखते हुए पारित किया गया।

ये खबर भी पढ़ें: कांग्रेस ने NDA पर कसा तंज कहा एनडीए मतलब नीतीश/नायडू डिपेंडेंट एलायंस

बैठक के दौरान पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने भी अपने विचार साझा किए और आगामी चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी को वर्तमान चुनौतियों का सामना करने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा और जनता के मुद्दों को प्राथमिकता देनी होगी। उन्होंने कार्यसमिति के सदस्यों से पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों और अभियानों में सक्रिय भागीदारी की अपील की। इस बैठक में पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी अपने विचार प्रकट किए और पार्टी को मजबूत करने के लिए विभिन्न सुझाव दिए। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनने और उनके समाधान के लिए काम करने का आह्वान किया। इसके साथ ही, उन्होंने आगामी चुनावों के लिए रणनीतिक योजनाओं पर जोर दिया और पार्टी के भीतर समर्पण और एकता की भावना को बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया।

ये खबर भी पढ़ें: MP अजय सिंह ने जीतू पटवारी को घेरा, कमल नाथ-दिग्‍विजय पर भी उठाए गये सवाल.

कुल मिलाकर, कांग्रेस कार्यसमिति की इस बैठक में पार्टी के भविष्य की दिशा और रणनीति पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिसमें राहुल गांधी को लोकसभा में पार्टी का नेता नियुक्त करने का प्रस्ताव भी शामिल था। इस निर्णय का उद्देश्य पार्टी को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान करना है, ताकि आगामी चुनावों में पार्टी बेहतर प्रदर्शन कर सके।

The post CWC सदस्यों ने रखा प्रस्ताव, राहुल गांधी को बनाया जाए लोकसभा में विपक्ष का नेता. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/06/08/cwc-members-put-proposal-r/feed/ 0
लोकसभा चुनाव: एनडीए-इंडिया गठबंधन के टकाटक के वादें के सामने पीछे रह गयी मोदी की गारंटी https://chaupalkhabar.com/2024/06/06/lok-sabha-election-debate/ https://chaupalkhabar.com/2024/06/06/lok-sabha-election-debate/#respond Thu, 06 Jun 2024 08:51:12 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=3460 उत्तर प्रदेश के हालिया चुनावों में मतदाताओं ने साफ तौर पर संकेत दिया कि इस बार के चुनावों में परंपरागत हिंदू-मुस्लिम कार्ड नहीं चला। इसके बजाय, मुफ्त राशन और योजनाओं पर विपक्ष का जोर, संविधान और बेरोजगारी के मुद्दे और खातों में एक लाख रुपये भेजने के वादे हावी रहे। इस बीच, एनडीए ने भी …

The post लोकसभा चुनाव: एनडीए-इंडिया गठबंधन के टकाटक के वादें के सामने पीछे रह गयी मोदी की गारंटी first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
उत्तर प्रदेश के हालिया चुनावों में मतदाताओं ने साफ तौर पर संकेत दिया कि इस बार के चुनावों में परंपरागत हिंदू-मुस्लिम कार्ड नहीं चला। इसके बजाय, मुफ्त राशन और योजनाओं पर विपक्ष का जोर, संविधान और बेरोजगारी के मुद्दे और खातों में एक लाख रुपये भेजने के वादे हावी रहे। इस बीच, एनडीए ने भी टकाटक का वादा करते हुए अपने प्रचार अभियान को नई दिशा देने की कोशिश की। पहले चरण में, बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी और लाभार्थीपरक योजनाओं पर अपना ध्यान केंद्रित किया। बीजेपी को उम्मीद थी कि ये योजनाएं उन्हें जनता का समर्थन दिलाएंगी, लेकिन यह योजना अपेक्षित परिणाम नहीं दे पाई। पहले चरण में आठ सीटों में से केवल बिजनौर और पीलीभीत ही बीजेपी के खाते में आईं। जबकि पांच सीटें इंडिया गठबंधन ने जीतीं और एक सीट आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर ने जीती।

दूसरे चरण में एनडीए ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और सभी आठ सीटें जीत लीं। इस चरण में एनडीए को क्लीन स्वीप मिली, जो कि एक बड़ा मोड़ साबित हुआ। टकाटक का वादा और लाभार्थी योजनाएं यहाँ काम कर गईं, जिससे एनडीए को बड़ा फायदा हुआ। तीसरे चरण में समाजवादी पार्टी (सपा) ने बीजेपी के विजय रथ को थाम लिया। इस चरण में बीजेपी को केवल चार सीटें मिलीं, जबकि सपा ने छह सीटों पर जीत दर्ज की। इस प्रदर्शन ने यह स्पष्ट कर दिया कि विपक्ष ने भी अपनी रणनीतियों को धार देना शुरू कर दिया था। चौथे चरण में बीजेपी को आठ सीटें मिलीं, जबकि सपा को चार और कांग्रेस को एक सीट मिली। इस चरण में विपक्ष ने अपने प्रचार अभियान को और व्यवस्थित किया और जनता के बीच अपनी पकड़ को मजबूत किया। इसके बाद विपक्ष ने बेरोजगारी और संविधान के मुद्दों को और भी जोरशोर से उठाना शुरू किया।

ये खबर भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव में कौनसी पार्टी ने जीतीं कितनी सीटें? सपा 37 तो कांग्रेस 99 ; आइये देखे पूरी लिस्ट

पांचवें चरण में राहुल गांधी के बेरोजगारों और गरीब महिलाओं के खातों में टकाटक हर महीने 8500 रुपये भेजने का वादा असर दिखाने लगा। इस वादे ने जनता के बीच गहरी पैठ बनाई। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर प्रतिक्रिया दी, तो राहुल ने मंच से स्पष्ट किया कि वे मोदी से डरते नहीं हैं और जनता के मुद्दों को उठाने में सक्षम हैं। इस चरण में सपा ने सात सीटें और कांग्रेस ने तीन सीटें जीतीं, जबकि बीजेपी को केवल चार सीटों पर संतोष करना पड़ा। छठा चरण इंडिया गठबंधन के लिए और भी अधिक फलदायी साबित हुआ। सपा को दस और कांग्रेस को एक सीट मिली, जबकि बीजेपी ने केवल तीन सीटें जीतीं। इस चरण में विपक्ष ने बेरोजगारी, संविधान और आरक्षण के मुद्दों को जोरशोर से उठाया, जिससे जनता का समर्थन उन्हें मिला।सातवें चरण में एनडीए के तहत बीजेपी को छह और अपना दल को एक सीट मिली। वहीं, सपा ने छह सीटें जीतीं। इस चरण में एनडीए ने अपनी पुरानी रणनीतियों के साथ वापसी की और अंततः बेहतर प्रदर्शन किया। इस चुनाव में स्पष्ट हो गया कि उत्तर प्रदेश के मतदाता अब केवल परंपरागत मुद्दों पर नहीं, बल्कि योजनाओं और वादों पर भी ध्यान दे रहे हैं।

ये खबर भी पढ़ें:दिल्ली में जल संकट: सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप, हिमाचल- हरियाणा को आदेश, केजरीवाल सरकार को भी चेताया

एनडीए ने टकाटक का वादा करके जनता का ध्यान खींचा, लेकिन विपक्ष ने बेरोजगारी, संविधान और खातों में धन भेजने के वादों के साथ मजबूत चुनौती दी। चुनाव के विभिन्न चरणों में इंडिया गठबंधन ने एनडीए को कड़ी टक्कर दी और कई चरणों में उनसे आगे भी रहा। जनता के बदलते रुझानों को देखते हुए, भविष्य में राजनीतिक दलों को और भी सशक्त योजनाएं और वादे पेश करने की आवश्यकता होगी। इस बार के चुनाव ने यह भी साबित कर दिया कि केवल धार्मिक और परंपरागत मुद्दे अब जनता को आकर्षित नहीं करते। मतदाता अब उन वादों और योजनाओं पर ध्यान देते हैं जो उनके जीवन में सीधा प्रभाव डालते हैं। एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ने अपनी-अपनी रणनीतियों से जनता को लुभाने की कोशिश की, लेकिन अंततः यह चुनाव उन वादों और योजनाओं का था जो जनता के दिल और दिमाग पर गहरा असर डालते हैं।

The post लोकसभा चुनाव: एनडीए-इंडिया गठबंधन के टकाटक के वादें के सामने पीछे रह गयी मोदी की गारंटी first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/06/06/lok-sabha-election-debate/feed/ 0
लोकसभा चुनाव में कौनसी पार्टी ने जीतीं कितनी सीटें? सपा 37 तो कांग्रेस 99 ; आइये देखे पूरी लिस्ट https://chaupalkhabar.com/2024/06/05/which-party-in-lok-sabha-election/ https://chaupalkhabar.com/2024/06/05/which-party-in-lok-sabha-election/#respond Wed, 05 Jun 2024 06:41:52 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=3448 चुनाव आयोग ने देश की सभी 543 लोकसभा सीटों के परिणाम घोषित कर दिए हैं। भाजपा ने सबसे अधिक 240 सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस ने 99 सीटें हासिल की हैं। अंतिम परिणाम महाराष्ट्र के बीड निर्वाचन क्षेत्र का घोषित किया गया, जहां एनसीपी (शरद पवार) के उम्मीदवार बजरंग मनोहर सोनवाने ने भाजपा की पंकजा …

The post लोकसभा चुनाव में कौनसी पार्टी ने जीतीं कितनी सीटें? सपा 37 तो कांग्रेस 99 ; आइये देखे पूरी लिस्ट first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
चुनाव आयोग ने देश की सभी 543 लोकसभा सीटों के परिणाम घोषित कर दिए हैं। भाजपा ने सबसे अधिक 240 सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस ने 99 सीटें हासिल की हैं। अंतिम परिणाम महाराष्ट्र के बीड निर्वाचन क्षेत्र का घोषित किया गया, जहां एनसीपी (शरद पवार) के उम्मीदवार बजरंग मनोहर सोनवाने ने भाजपा की पंकजा मुंडे को 6,553 मतों से हराया। लोकसभा में कुल 543 सीटें होती हैं। हालांकि, सूरत से भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल के निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद 542 सीटों के लिए वोटों की गिनती की गई। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर नवीनतम अपडेट के अनुसार, लोकसभा चुनावों में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पार्टियों द्वारा जीती गई सीटों की संख्या निम्नलिखित है:

– बीजेपी: 240
– कांग्रेस: 99
– समाजवादी पार्टी: 37
– तृणमूल कांग्रेस: 29
– डीएमके: 22
– तेलुगु देशम पार्टी: 16
– जेडी(यू): 12
– शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे): 9
– एनसीपी (शरद पवार): 8
– शिवसेना: 7
– लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास): 5
– वाईएसआरसीपी: 4
– आरजेडी: 4
– सीपीआई(एम): 4
– इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग: 3
– आप: 3
– झारखंड मुक्ति मोर्चा: 3
– जनसेना पार्टी: 2
– सीपीआई (एमएल) (लिबरेशन): 2
– जेडी(एस): 2
– विदुथलाई चिरुथैगल काची: 2
– सीपीआई: 2
– राष्ट्रीय लोक दल: 2
– नेशनल कॉन्फ्रेंस: 2
– यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी, लिबरल: 1
– असम गण परिषद: 1
– हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर): 1
– केरल कांग्रेस: 1
– रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी: 1
– एनसीपी: 1
– वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी: 1
– जोराम पीपुल्स मूवमेंट: 1
– शिरोमणि अकाली दल: 1
– राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी: 1
– भारत आदिवासी पार्टी: 1
– सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा: 1
– मरूमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम: 1
– आजाद समाज पार्टी (कांशीराम): 1
– अपना दल (सोनीलाल): 1
– आजसू पार्टी: 1
– एआईएमआईएम: 1
– निर्दलीय: 7

इस चुनाव में भाजपा ने कुल 240 सीटें जीती हैं, जो इसे सबसे बड़ी पार्टी बनाती है। कांग्रेस ने 99 सीटें हासिल की हैं, जो दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। समाजवादी पार्टी ने 37 सीटें जीती हैं, जिससे यह तीसरे स्थान पर है। तृणमूल कांग्रेस ने 29 सीटें जीती हैं, जबकि डीएमके ने 22 सीटें हासिल की हैं। तेलुगु देशम पार्टी ने 16 सीटें जीती हैं, और जेडी(यू) ने 12 सीटें। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने 9 सीटें जीती हैं, जबकि एनसीपी (शरद पवार) ने 8 सीटें हासिल की हैं। शिवसेना के 7 उम्मीदवार जीते हैं, और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के 5 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। वाईएसआरसीपी, आरजेडी, और सीपीआई(एम) ने प्रत्येक 4 सीटें जीती हैं। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग और आप ने 3-3 सीटें जीती हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी 3 सीटें जीती हैं। जनसेना पार्टी, सीपीआई (एमएल) (लिबरेशन), और जेडी(एस) ने 2-2 सीटें जीती हैं। विदुथलाई चिरुथैगल काची और सीपीआई ने भी 2-2 सीटें जीती हैं। राष्ट्रीय लोक दल और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने भी 2-2 सीटें जीती हैं।

ये खबर भी पढ़ें:लोकसभा इलेक्शन 2024 NDA के स्मृति ईरानी गिरिराज सिंह और चल रहे हैं पीछे देखे लिस्ट ..

यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी, लिबरल, असम गण परिषद, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर), केरल कांग्रेस, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, एनसीपी, वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी, जोराम पीपुल्स मूवमेंट, शिरोमणि अकाली दल, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, भारत आदिवासी पार्टी, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, मरूमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम), अपना दल (सोनीलाल), आजसू पार्टी, और एआईएमआईएम ने 1-1 सीट जीती है। निर्दलीय उम्मीदवारों ने 7 सीटें जीती हैं। इस बार के चुनाव परिणामों में भाजपा ने सबसे अधिक सीटें जीती हैं, जिससे वह सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। कांग्रेस ने भी अपनी स्थिति को मजबूत करते हुए 99 सीटें जीती हैं। अन्य क्षेत्रीय पार्टियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसमें समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, और डीएमके का प्रदर्शन उल्लेखनीय है।

ये खबर भी पढ़ें: बीजेपी को गाजीपुर से लगा बड़ा झटका, मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल की जीत.

महाराष्ट्र के बीड निर्वाचन क्षेत्र का परिणाम सबसे अंतिम घोषित हुआ, जिसमें एनसीपी (शरद पवार) के उम्मीदवार बजरंग मनोहर सोनवाने ने भाजपा की पंकजा मुंडे को 6,553 मतों से हराया। यह चुनाव परिणाम भारतीय लोकतंत्र की विविधता और प्रतिस्पर्धात्मकता को दर्शाते हैं, जिसमें विभिन्न पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।

The post लोकसभा चुनाव में कौनसी पार्टी ने जीतीं कितनी सीटें? सपा 37 तो कांग्रेस 99 ; आइये देखे पूरी लिस्ट first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/06/05/which-party-in-lok-sabha-election/feed/ 0
बीजेपी को गाजीपुर से लगा बड़ा झटका, मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल की जीत. https://chaupalkhabar.com/2024/06/04/bjp-is-facing-trouble-from-ghazipur/ https://chaupalkhabar.com/2024/06/04/bjp-is-facing-trouble-from-ghazipur/#respond Tue, 04 Jun 2024 12:28:38 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=3443 हॉट सीट गाजीपुर से आइएनडीआइए गठबंधन के सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने 124266 वोटों से जीत दर्ज की है। भाजपा प्रत्याशी पारस नाथ राय को हार का सामना करना पड़ा। यह उनकी 11वीं चुनावी चुनौती थी, जिसमें वह सफल नहीं हो सके। अफजाल अंसारी अब तक पांच बार विधायक रह चुके हैं और तीसरी बार …

The post बीजेपी को गाजीपुर से लगा बड़ा झटका, मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल की जीत. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
हॉट सीट गाजीपुर से आइएनडीआइए गठबंधन के सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने 124266 वोटों से जीत दर्ज की है। भाजपा प्रत्याशी पारस नाथ राय को हार का सामना करना पड़ा। यह उनकी 11वीं चुनावी चुनौती थी, जिसमें वह सफल नहीं हो सके। अफजाल अंसारी अब तक पांच बार विधायक रह चुके हैं और तीसरी बार संसद में प्रवेश करने जा रहे हैं। इस चुनाव में प्रदेश सरकार द्वारा माफिया स्व. मुख्तार अंसारी के खिलाफ की गई ‘बुलडोजर बाबा’ की कार्रवाई जनपद के मतदाताओं को पसंद नहीं आई और न ही विकास व केंद्र सरकार की योजनाएं भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो सकीं। आइएनडीआइए का संविधान खतरे का मुद्दा इस जीत में काफी प्रभावी साबित हुआ। अफजाल अंसारी 40 वर्षों में लगातार दूसरी बार सांसद बनने वाले तीसरे नेता बन गए हैं। गाजीपुर संसदीय सीट पर कुल 20,74,883 मतदाताओं में से 11,51,145 (55.48 प्रतिशत) ने मतदान किया था। मतगणना मंगलवार को मंडी समिति जंगीपुर परिसर में सुबह आठ बजे से शुरू हुई और 33 राउंड में पूरी हुई। सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों में 14-14 टेबल बनाए गए थे।

24 राउंड की मतगणना के बाद सपा के अफजाल अंसारी को 4,49,141 वोट मिले, जबकि भाजपा के पारस नाथ राय को 3,41,931 वोट और बसपा के डॉ. उमेश कुमार सिंह को 1,37,305 वोट प्राप्त हुए। पहले राउंड में ही भाजपा प्रत्याशी 328 वोटों से आगे थे, लेकिन इसके बाद अफजाल अंसारी ने बढ़त बनाई और अंत तक उसे बनाए रखा। अफजाल अंसारी ने 2019 के चुनाव में भी मनोज सिन्हा को 1,19,392 वोटों से हराया था। इस बार की जीत का अंतर उस आंकड़े को भी पार कर गया है। इतनी बड़ी जीत के पीछे आइएनडीआइए का संविधान खतरे का मुद्दा अनुसूचित जाति और ओबीसी वर्ग में गहरी पैठ बना गया। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सभाएं कीं, जिसमें उन्होंने माफिया के परिवार पर निशाना साधा। इसके बावजूद भाजपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा। बसपा प्रत्याशी को भी पार्टी के आधार वोट बैंक का भरोसा नहीं मिला, जिसके कारण उनका अधिकांश वोट सपा को मिल गया।

इस चुनाव में गाजीपुर के मतदाताओं ने स्पष्ट संदेश दिया कि विकास और केंद्र सरकार की योजनाओं से अधिक उन्हें अपने संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा की चिंता है। अफजाल अंसारी ने इसे भुनाया और एक बड़ी जीत हासिल की। इसके अलावा, बुलडोजर बाबा की कार्रवाई से नाखुश मतदाताओं ने भाजपा को नकार दिया। चुनाव प्रचार के दौरान अफजाल अंसारी ने अपने क्षेत्र के विकास और संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा पर जोर दिया। उन्होंने अपनी चुनावी रैलियों में कहा कि वह जनता की आवाज संसद में उठाएंगे और उनके अधिकारों की रक्षा करेंगे। इसने उन्हें अनुसूचित जाति और ओबीसी वर्ग का समर्थन दिलाया, जो इस चुनाव में निर्णायक साबित हुआ।

ये खबर भी पढ़ें:लोकसभा इलेक्शन 2024 NDA के स्मृति ईरानी गिरिराज सिंह और चल रहे हैं पीछे देखे लिस्ट ..

गाजीपुर की यह जीत सिर्फ सपा और अफजाल अंसारी के लिए ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि आइएनडीआइए गठबंधन के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। यह जीत दर्शाती है कि अगर सही मुद्दों को उठाया जाए और जनता के साथ सही संवाद स्थापित किया जाए तो चुनावी परिणाम भी अनुकूल हो सकते हैं। भाजपा प्रत्याशी पारस नाथ राय की हार इस बात का संकेत है कि सिर्फ विकास और योजनाएं ही चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। मतदाताओं की भावनाएं और उनकी चिंता भी महत्वपूर्ण हैं। इस चुनाव ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि जब जनता अपने संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए चिंतित होती है, तो वे उसे प्राथमिकता देते हैं।

ये खबर भी पढ़ें: UP में लहराया साइकिल का परचम, मोदी के ये 6 मंत्री अपने ही गढ़ में धराशायी, बिहार में नीतीश का जलवा बरकरार

इस चुनाव में बसपा प्रत्याशी डॉ. उमेश कुमार सिंह का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा। पार्टी का आधार वोट बैंक सपा के पक्ष में चला गया, जो बसपा के लिए एक बड़ा झटका है। इस परिणाम से स्पष्ट है कि बसपा को अपने रणनीति पर पुनर्विचार करने की जरूरत है। मंडी समिति जंगीपुर परिसर में हुई मतगणना में अफजाल अंसारी की जीत ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर जनता के मुद्दों को सही तरीके से उठाया जाए तो कोई भी चुनौती असंभव नहीं है। 33 राउंड की मतगणना में उन्होंने लगातार बढ़त बनाए रखी और अंततः जीत दर्ज की। अफजाल अंसारी की इस जीत से गाजीपुर की राजनीति में एक नया अध्याय जुड़ गया है। उन्होंने जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दी और उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे।

The post बीजेपी को गाजीपुर से लगा बड़ा झटका, मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल की जीत. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/06/04/bjp-is-facing-trouble-from-ghazipur/feed/ 0
जम्मू- कश्मीर की श्रीनगर सीट पर टूटा रिकॉर्ड, दोपहर एक बजे तक हुआ 40 फीसदी मतदान. https://chaupalkhabar.com/2024/05/13/jammu-kashmir-srinagar-s/ https://chaupalkhabar.com/2024/05/13/jammu-kashmir-srinagar-s/#respond Mon, 13 May 2024 10:02:16 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=3201 लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में, 13 मई को, देश भर में लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इस चरण में, 10 राज्यों की 96 सीटों पर वोटिंग की जा रही है, जिसमें एक हजार 717 उम्मीदवारों ने भाग लिया है। यहाँ तक कि पांच केंद्रीय मंत्रियों, एक पूर्व मुख्यमंत्री, दो क्रिकेटर, …

The post जम्मू- कश्मीर की श्रीनगर सीट पर टूटा रिकॉर्ड, दोपहर एक बजे तक हुआ 40 फीसदी मतदान. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में, 13 मई को, देश भर में लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इस चरण में, 10 राज्यों की 96 सीटों पर वोटिंग की जा रही है, जिसमें एक हजार 717 उम्मीदवारों ने भाग लिया है। यहाँ तक कि पांच केंद्रीय मंत्रियों, एक पूर्व मुख्यमंत्री, दो क्रिकेटर, और एक अभिनेता भी शामिल हैं। आंध्र प्रदेश में सभी 25 सीटों पर मतदान हो रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश में 13 सीटों पर वोटिंग की जा रही है। इसी तरह, तेलंगाना में 17, महाराष्ट्र में 11, एमपी में 8, पश्चिम बंगाल में 8, बिहार में 5, झारखंड और ओडिशा में 4-4, और जम्मू-कश्मीर में एक सीट पर मतदान हो रहा है।

यह चरण महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें कई महत्वपूर्ण राजनीतिक नेता भाग ले रहे हैं, जिनमें से कुछ केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री भी हैं। इसके अलावा, क्रिकेट और सिनेमा जगत से भी कुछ उम्मीदवार चुनावी अखाड़े में कदम रख रहे हैं। यह चरण विभिन्न राज्यों के लिए विशेष महत्व रखता है। आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश के साथ-साथ, महाराष्ट्र, तेलंगाना, एमपी, और पश्चिम बंगाल भी राजनीतिक दलों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

ये खबर भी पढ़ें: इंडियन सैनिकों के लौटते ही निकली मालदीव की हेकड़ी, भारत से आए मिलिटरी प्लेन हैं, लेकिन पायलटों को उड़ाना नहीं आता.

चुनाव में लोगों का उत्साह और रुझान भी देखने लायक है। यह चरण विशेष रूप से अपेक्षाओं से भरा है, क्योंकि इसमें कई प्रमुख उम्मीदवारों के खिलाफ मुकाबला हो रहा है। राजनीतिक गतिशीलता और राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों पर लोगों का विचार अब तक देशभर में महसूस हो रहा है।चुनावी महामारी की स्थिति में, सुरक्षा एवं सावधानी का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। लोगों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन करने के लिए उन्हें प्रेरित किया जा रहा है।

ये खबर भी पढ़ें: कम समय में बेहतर मुकाम हासिल करने वाली शेफाली गुप्ता की कहानी.

इस चरण में जनता के आशीर्वाद और वोटिंग प्रक्रिया का सम्मान किया जा रहा है। लोगों का उत्साह और सक्रिय भागीदारी देश की लोकतंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। चुनावी महामारी के कारण, लोगों को सावधान रहने की सलाह दी जा रही है। सुरक्षा के निर्देशों का पालन करने के लिए सभी को निरंतर ध्यान देने की आवश्यकता है।

 

The post जम्मू- कश्मीर की श्रीनगर सीट पर टूटा रिकॉर्ड, दोपहर एक बजे तक हुआ 40 फीसदी मतदान. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/05/13/jammu-kashmir-srinagar-s/feed/ 0
मनोज तिवारी-कन्हैया कुमार वाली नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली सीट पर सबसे ज़्यादा 28 कैंडिडेट, दिल्ली की 7 सीटों पर 162 उम्मीदवार मैदान में https://chaupalkhabar.com/2024/05/10/manoj-tiwari-kanhaiya-kuma/ https://chaupalkhabar.com/2024/05/10/manoj-tiwari-kanhaiya-kuma/#respond Fri, 10 May 2024 06:58:35 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=3167 दिल्ली में आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियाँ तेज़ी से बढ़ रही हैं। नामांकन प्रक्रिया के दौरान जोरदार घमासान महसूस हो रहा है,  दिल्ली में चुनावी मैदान में इंडिया ब्लॉक, बीजेपी, कांग्रेस, और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच एक सख्त मुकाबला देखने को मिलेगा। दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर 162 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे, …

The post मनोज तिवारी-कन्हैया कुमार वाली नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली सीट पर सबसे ज़्यादा 28 कैंडिडेट, दिल्ली की 7 सीटों पर 162 उम्मीदवार मैदान में first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
दिल्ली में आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियाँ तेज़ी से बढ़ रही हैं। नामांकन प्रक्रिया के दौरान जोरदार घमासान महसूस हो रहा है,  दिल्ली में चुनावी मैदान में इंडिया ब्लॉक, बीजेपी, कांग्रेस, और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच एक सख्त मुकाबला देखने को मिलेगा। दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर 162 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे, जिसमें से सबसे अधिक उम्मीदवार उत्तर पूर्वी दिल्ली से हैं। नामांकन प्रक्रिया 29 अप्रैल को शुरू हुई थी और 6 मई तक चली थी। नाम वापसी की अंतिम तारीख के बाद, दिल्ली में कुल 162 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें सबसे अधिक उत्तर पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।

इसके बाद नई दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली के उम्मीदवारों की संख्या भी काफी अधिक है। दिल्ली मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने कुछ आँकड़े साझा किए है जिनके अनुसार, नई दिल्ली लोकसभा सीट से लड़ रहे उम्मीदवारों की संख्या 17 हैं, जो  सात निर्वाचन क्षेत्रों में सबसे कम है।और उत्तर पूर्वी दिल्ली से 28 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं। चांदनी चौक, पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिमी दिल्ली से भी निर्वाचन क्षेत्रों से क्रमशः 25, 20 और 26 उम्मीदवार मैदान में हैं।

बीजेपी, कांग्रेस, और आप के बीच सीधी लड़ाई की बात है। कांग्रेस और आप के बीच सीट बंटवारे के तहत, दिल्ली में गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी 4 लोकसभा सीटों पर, जबकि कांग्रेस 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। AAP के सोमनाथ भारती नई दिल्ली सीट से भाजपा के बांसुरी स्वराज के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कांग्रेस के कन्हैया कुमार उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से मनोज तिवारी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। तिवारी इस निर्वाचन क्षेत्र से सांसद के रूप में तीसरी बार चुनाव लड़ेंगे।

ये खबर भी पढ़ें:  रूस ने किया बड़ा दावा कहा, भारत के लोकसभा चुनावों में दखल देने की कोशिश कर रहा अमेरिका.

आप के कुलदीप कुमार पूर्वी दिल्ली से मैदान में हैं और उनका मुकाबला हर्ष मल्होत्रा से होगा, जबकि AAP के महाबल मिश्रा का मुकाबला पश्चिमी दिल्ली से भाजपा के कमलजीत सहरावत होगा। वही चांदनी चौक सीट पर बीजेपी के प्रवीण खंडेलवाल का के सामने दिग्गज कांग्रेस नेता जेपी अग्रवाल से है , जबकि उत्तर-पश्चिमी दिल्ली सीट से उदित राज का मुकाबला योगेंद्र चंदोलिया से हो रहा है। बीजेपी के रामवीर सिंह बिधूड़ी भी दक्षिणी दिल्ली से मैदान में हैं और उनके सामने आम आदमी पार्टी के सहीराम पहलवान चुनावी मैदान में उतरे हैं।हालाँकि दिल्ली में छठे चरण के तहत 25 मई को मतदान होना है , जिसके बाद वोटों की गिनती 4 जून को होगी।

 

The post मनोज तिवारी-कन्हैया कुमार वाली नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली सीट पर सबसे ज़्यादा 28 कैंडिडेट, दिल्ली की 7 सीटों पर 162 उम्मीदवार मैदान में first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/05/10/manoj-tiwari-kanhaiya-kuma/feed/ 0
कांग्रेस ने सहयोगी दलों और TMC ने ECI को लिखी चिट्ठी माँगा जवाब चुनाव के डेटा देने में इतने दिनों की देरी क्यों? https://chaupalkhabar.com/2024/05/07/congress-has-allied-parties/ https://chaupalkhabar.com/2024/05/07/congress-has-allied-parties/#respond Tue, 07 May 2024 10:28:18 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=3135 चुनावी प्रक्रिया और चुनाव आयोग की निष्क्रियता के बारे में बढ़ती चिंता के बीच, भारतीय राजनीति के दिनमान समाचार में एक नया मोड़ आया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडिया गठबंधन के साथी दलों को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग के तर्कहीन रवैये को लेकर गंभीर संदेह जताया है। उनके अनुसार, …

The post कांग्रेस ने सहयोगी दलों और TMC ने ECI को लिखी चिट्ठी माँगा जवाब चुनाव के डेटा देने में इतने दिनों की देरी क्यों? first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
चुनावी प्रक्रिया और चुनाव आयोग की निष्क्रियता के बारे में बढ़ती चिंता के बीच, भारतीय राजनीति के दिनमान समाचार में एक नया मोड़ आया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडिया गठबंधन के साथी दलों को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग के तर्कहीन रवैये को लेकर गंभीर संदेह जताया है। उनके अनुसार, वोटिंग के अंतिम प्रतिशत के आंकड़े जारी करने में हो रही देरी और विसंगतियां चुनाव की स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रकृति पर सवाल उठाती हैं। खड़गे ने चिट्ठी में यह भी कहा है कि ये चुनाव केवल राजनीतिक दलों के लिए ही नहीं हैं, बल्कि यह ‘लोकतंत्र और संविधान’ को बचाने की लड़ाई है।

खड़गे के इस नजरिए को लेकर, चुनाव आयोग की तरफ से आंकड़ों की जारी करने में हुई देरी के पीछे का कारण बताने की मांग उचित है। पिछले चुनावों में आयोग ने आंकड़ों को 24 घंटे के अंदर जारी किया था, लेकिन इस बार क्यों देरी हो रही है, यह बहुत सोचने वाला प्रश्न है। खड़गे ने यह मांग भी उठाई है कि आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में कई विसंगतियां हैं, जो कि चुनाव प्रक्रिया की स्वतंत्रता और निष्पक्षता पर सवाल उठाती हैं। तृणमूल कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों ने भी इस बात पर सवाल उठाया है कि आखिर चुनाव आयोग को इतनी देरी क्यों हुई। तृणमूल कांग्रेस ने भी चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने सटीक आंकड़ों की मांग की है, साथ ही मतदान रिपोर्टों के जारी होने में हुई देरी का स्पष्टीकरण भी मांगा है।

ये खबर भी पढ़ें: मनोज तिवारी दिल्ली के उम्मीदवारों में सबसे अमीर, कन्हैया के पास 10 लाख की संपत्ति, जानिए कितनी है बांसुरी स्वराज की संपत्ति

चुनावी प्रक्रिया में हुई देरी के बावजूद, वोटिंग के आंकड़ों के जारी होने के बाद, आयोग ने बताया है कि पहले चरण में 66.14 प्रतिशत और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। इसे लेकर, चुनाव आयोग ने तत्परता दिखाई है चुनावी प्रक्रिया में हुई देरी और आंकड़ों में विसंगतियों के बावजूद, चुनाव आयोग को लोकतंत्र की रक्षा और निष्पक्षता के लिए सख्ती से काम करना चाहिए। राजनीतिक दलों के साथ साथ, नागरिक समाज का भी यह कर्तव्य है कि वे चुनावी प्रक्रिया में सटीकता और निष्पक्षता की मांग करें, ताकि लोकतंत्र की मूल भूमिका को बनाए रखा जा सके।

 

The post कांग्रेस ने सहयोगी दलों और TMC ने ECI को लिखी चिट्ठी माँगा जवाब चुनाव के डेटा देने में इतने दिनों की देरी क्यों? first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/05/07/congress-has-allied-parties/feed/ 0
मनोज तिवारी दिल्ली के उम्मीदवारों में सबसे अमीर, कन्हैया के पास 10 लाख की संपत्ति, जानिए कितनी है बांसुरी स्वराज की संपत्ति https://chaupalkhabar.com/2024/05/07/manoj-tiwari-dilli-ke-um/ https://chaupalkhabar.com/2024/05/07/manoj-tiwari-dilli-ke-um/#respond Tue, 07 May 2024 06:19:04 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=3126 बीजेपी के  मनोज तिवारी उत्तर पूर्वी दिल्ली उम्मीदवार है  मनोज तिवारी ने 2022-2023 के आयकर रिटर्न के अनुसार 28.05 करोड़ रुपये की संपत्ति और 4.25 लाख रुपये की आय बताई है। उनके पास सांसदी के अलावा गाने और एक्टिंग के रूप में अन्य आय स्रोत भी हैं।  रामवीर सिंह बिधूड़ी दक्षिण दिल्ली बीजेपी के इस …

The post मनोज तिवारी दिल्ली के उम्मीदवारों में सबसे अमीर, कन्हैया के पास 10 लाख की संपत्ति, जानिए कितनी है बांसुरी स्वराज की संपत्ति first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
बीजेपी के  मनोज तिवारी उत्तर पूर्वी दिल्ली उम्मीदवार है  मनोज तिवारी ने 2022-2023 के आयकर रिटर्न के अनुसार 28.05 करोड़ रुपये की संपत्ति और 4.25 लाख रुपये की आय बताई है। उनके पास सांसदी के अलावा गाने और एक्टिंग के रूप में अन्य आय स्रोत भी हैं।  रामवीर सिंह बिधूड़ी दक्षिण दिल्ली बीजेपी के इस उम्मीदवार की कुल संपत्ति 21.08 करोड़ रुपये है, जबकि उनकी चुनावी हलफनामे में बताई गई कुल आय 14.93 लाख रुपये है।

आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महाबल मिश्रा पश्चिमी दिल्ली उम्मीदवार है, महाबल मिश्रा की संपत्ति 19.93 करोड़ रुपये है, जबकि उनकी चल संपत्ति 69 लाख रुपये है। बीजेपी की उम्मीदवार बांसुरी स्वराज नई दिल्ली खड़ी हुई है इनकी कुल संपत्ति 19 करोड़ रुपये है, और उनकी आय 68.28 लाख रुपये है। वे पेशे से वकील भी हैं। राजकुमार आनंद यह नई दिल्ली से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी है इनकी कुल संपत्ति 17.87 करोड़ रुपये है, जबकि उनकी चल संपत्ति 51 लाख रुपये है।

कन्हैया कुमार जो की कांग्रेस के उम्मीदवार है उत्तर पूर्वी दिल्ली से चुनाव लड़ रहे हैं, कांग्रेस के उम्मीदवार कन्हैया कुमार की कुल संपत्ति 10.65 लाख रुपये है, और उनकी आय 2019 में जेएनयू से पीएचडी की डिग्री लेने के बाद 4.56 लाख रुपये है। इसी के साथ उदित राज भी कांग्रेस के उम्मीदवार है जो उत्तर पश्चिम दिल्ली चुनाव लड़ रहे हैं कांग्रेस के इस उम्मीदवार की कुल संपत्ति लगभग एक करोड़ रुपये है, और उनकी चल संपत्ति 5.54 करोड़ रुपये है।

कमलजीत सहरावत यह पश्चिमी दिल्ली चुनाव लड़ रही है बीजेपी के इस उम्मीदवार की चल संपत्ति 1.30 करोड़ रुपये और अचल संपत्ति 27.60 लाख रुपये है। इसी के साथ प्रवीण खंडेलवाल जो की बीजेपी के उम्मीदवार है चांदनी चौक प्रत्याशी है इनकी कुल संपत्ति 6.62 करोड़ रुपये है, और उनकी आय 4.56 लाख रुपये है।

ये खबर भी पढ़ें: कन्हैया कुमार ने पर्चा भरने के बाद रोड शो में भरी हुंकार, संविधान के प्रस्तावना की प्रति…आप-कांग्रेस नेताओं का साथ

आख़िरी में आते है राजन सिंह यह दक्षिण दिल्ली से प्रत्याशी हैं, पहले थर्ड जेंडर उम्मीदवार राजन सिंह की कुल संपत्ति 15.10 लाख रुपये है, जिसमें 200 ग्राम का सोना और लगभग 10 हजार रुपये नकदी हैं। यह था दिल्ली लोकसभा चुनाव 2024 में प्रमुख उम्मीदवारों की संपत्ति और आय का विश्लेषण। इन आंकड़ों से साफ है कि चुनावी मैदान में धन और संपत्ति की मान्यता बहुत महत्वपूर्ण है, जो उम्मीदवारों की अग्रणीता पर प्रभाव डाल सकती है।

 

The post मनोज तिवारी दिल्ली के उम्मीदवारों में सबसे अमीर, कन्हैया के पास 10 लाख की संपत्ति, जानिए कितनी है बांसुरी स्वराज की संपत्ति first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/05/07/manoj-tiwari-dilli-ke-um/feed/ 0
बिहार: महागठबंधन की सीटों का तय हुआ वितरण, राजद को 26 और कांग्रेस को 9, कौन लड़ेगा चुनाव? https://chaupalkhabar.com/2024/03/29/bihar-grand-alliance-seats/ https://chaupalkhabar.com/2024/03/29/bihar-grand-alliance-seats/#respond Fri, 29 Mar 2024 08:05:27 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=2763 बिहार में महागठबंधन की सीटों का बंटवारा तय, चुनावी मैदान में हलचल बिहार के राजनीतिक मैदान में महागठबंधन की सीटों का बंटवारा निर्धारित हो गया है, जिससे चुनावी दंगल में रंगबाजी बढ़ने की संभावना है। मुख्य घटक राष्ट्रीय जनता दल को 26 सीटें मिली हैं, जिन्हें वे अपने प्रत्याशियों को समर्पित करेंगे। इसके साथ ही, …

The post बिहार: महागठबंधन की सीटों का तय हुआ वितरण, राजद को 26 और कांग्रेस को 9, कौन लड़ेगा चुनाव? first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
बिहार में महागठबंधन की सीटों का बंटवारा तय, चुनावी मैदान में हलचल बिहार के राजनीतिक मैदान में महागठबंधन की सीटों का बंटवारा निर्धारित हो गया है, जिससे चुनावी दंगल में रंगबाजी बढ़ने की संभावना है। मुख्य घटक राष्ट्रीय जनता दल को 26 सीटें मिली हैं, जिन्हें वे अपने प्रत्याशियों को समर्पित करेंगे।

इसके साथ ही, कांग्रेस पार्टी को 9 सीटों पर संघर्ष करना पड़ा है, जबकि वामदलों को 5 सीटें मिली हैं। महागठबंधन के प्रमुख दलों ने अपने उम्मीदवारों को सीटों पर नियुक्त करने के लिए एकमति से काम किया है। जिसके परिणामस्वरूप, राष्ट्रीय जनता दल को गया, नवादा, जहानाबाद, औरंगाबाद, बक्सर, पाटलिपुत्र, मुंगेर, जमुई, बांका, और वाल्मीकि नगर सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारने का निर्णय लिया गया है। इन सीटों के अलावा, राजद के उम्मीदवार पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली, सारण, सिवान, गोपालगंज, उजियारपुर, दरभंगा, मधुबनी, झंझारपुर, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया, और हाजीपुर सीटों पर भी चुनावी मैदान में उतरेंगे।

इसी के साथ, कांग्रेस पार्टी को किशनगंज, कटिहार, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, पश्चिमी चंपारण, पटना साहिब, सासाराम, और महाराजगंज सीटों पर उम्मीदवारों को उतारने का निर्णय लिया गया है।महागठबंधन के इस बड़े कदम के साथ, राजनीतिक दलों के बीच समझौते और साझेदारी की चर्चाएं भी तेज हो रही हैं।

इसे देखते हुए, राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मनोज झा ने व्यक्तिगत टिप्पणियों से बचते हुए कहा कि गठबंधन पार्टियों के साथ साझेदारी राजनीतिक परंपरा का हिस्सा है, और इस पर किसी भी प्रकार की अनजाने में टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। इसके साथ ही, कांग्रेस के नेता पप्पू यादव से जुड़े सवालों के जवाब भी अभी तक स्पष्ट नहीं हैं, जो कि राजनीतिक विश्लेषकों के बीच कई प्रश्नों को उठाते हैं।चुनावी दंगल के मध्य में, महागठबंधन ने अपनी दक्षिण बिहार में भी मजबूती को बढ़ावा दिया है, जिससे बिहार की राजनीति में नई दिशा मिल सकती है।

ये खबर भी पढ़ें: वरुण गांधी ने उजागर किया पीलीभीत से टिकट कटने का ‘राज’ ढाई साल पुरानी चिट्ठी से ऐसे जुड़ रहा नाता.

इससे पहले, चुनावी दंगल के दौरान, बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में जनता दल (यूनाइटेड) और भाजपा का संयोग दिखाई दे रहा था, जिससे राज्य में राजनीतिक परिवर्तन की संभावना थी। यहां तक कि, विपक्षी दलों ने भी इस संयोग का सामना करने के लिए मिलकर काम किया और एक सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक उतार-चढ़ाव को उत्कृष्ट तरीके से समझने की कोशिश की। इस प्रकार, बिहार की राजनीति में नए ट्यूर्न के इस बड़े कदम के साथ, चुनावी मैदान में हलचल बढ़ गई है, जिससे आम जनता को एक नई राजनीतिक दिशा की उम्मीद है।

ये भी देखें:

The post बिहार: महागठबंधन की सीटों का तय हुआ वितरण, राजद को 26 और कांग्रेस को 9, कौन लड़ेगा चुनाव? first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/03/29/bihar-grand-alliance-seats/feed/ 0