mohamed muizzu maldives - chaupalkhabar.com https://chaupalkhabar.com Mon, 04 Mar 2024 09:25:56 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.1 https://chaupalkhabar.com/wp-content/uploads/2024/08/cropped-Screenshot_2024-08-04-18-50-20-831_com.whatsapp-edit-32x32.jpg mohamed muizzu maldives - chaupalkhabar.com https://chaupalkhabar.com 32 32 जयशंकर ने मुइज्जू को अपने ही अंदाज में सुनाया, ‘दबंगई करने वाले 4.5 अरब डॉलर की मदद नहीं देते…. https://chaupalkhabar.com/2024/03/04/%e0%a4%9c%e0%a4%af%e0%a4%b6%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%87%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%9c%e0%a5%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%85%e0%a4%aa%e0%a4%a8%e0%a5%87/ https://chaupalkhabar.com/2024/03/04/%e0%a4%9c%e0%a4%af%e0%a4%b6%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%87%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%9c%e0%a5%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%85%e0%a4%aa%e0%a4%a8%e0%a5%87/#respond Mon, 04 Mar 2024 09:25:56 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=2430 भारतीय विदेश मंत्री डॉ. सुजात सिंह के नेतृत्व में भारत ने हाल ही में अपने पड़ोसी देशों की मदद के लिए एक अहम पहल की है। डॉ. जयशंकर ने अपनी किताब ‘व्हाइ भारत मैटर्स’ के लॉन्चिंग इवेंट में संकट में फंसे पड़ोसी देशों की मदद पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि जब किसी पड़ोसी देश …

The post जयशंकर ने मुइज्जू को अपने ही अंदाज में सुनाया, ‘दबंगई करने वाले 4.5 अरब डॉलर की मदद नहीं देते…. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
भारतीय विदेश मंत्री डॉ. सुजात सिंह के नेतृत्व में भारत ने हाल ही में अपने पड़ोसी देशों की मदद के लिए एक अहम पहल की है। डॉ. जयशंकर ने अपनी किताब ‘व्हाइ भारत मैटर्स’ के लॉन्चिंग इवेंट में संकट में फंसे पड़ोसी देशों की मदद पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि जब किसी पड़ोसी देश की स्थिति मुश्किल होती है, तो विशेष रूप से ‘बिग बुलीज’ 4.5 अरब डॉलर की मदद नहीं करते। उन्होंने कहा कि यह समय है कि हम भारत के और उसके पड़ोसी देशों के बीच के संबंधों को समझें और सुधारें।

जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत को बुली के तौर पर देखा जाता है, तो उन्होंने विपक्षी राष्ट्रों के ‘बिग बुलीज’ के बयान को याद किया। उन्होंने बताया कि वे जो देशों को अपने हितों के लिए तनाव में रखते हैं, वे उन्हें मदद नहीं करते। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत और उसके पड़ोसी देशों के बीच बदलाव आया है, जैसे कि बांग्लादेश और नेपाल के साथ व्यापारिक संबंधों में सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि यह सुधार नेपाल, श्रीलंका, भूटान और बांग्लादेश के साथ निवेश और व्यापार में वृद्धि के साथ आया है इस बात को लेकर जितना विवाद तंग था, उतना ही भारत और मालदीव के बीच भी था। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने हाल ही में चीन का दौरा किया था, जिससे भारत के साथ उसके संबंधों में नई चुनौतियों का सामना हुआ। उन्होंने भारत के खिलाफ किए गए टिप्पणियों को समर्थन दिया था, जिनसे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा था।

डॉ. जयशंकर ने अपनी किताब ‘व्हाइ भारत मैटर्स’ के लॉन्चिंग इवेंट में संकट में फंसे पड़ोसी देशों की मदद पर जोर दिया।

मालदीव और भारत के बीच इस संबंध में कुछ और महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद, मालदीव के तीन मंत्रियों ने उनकी  कुछ तस्वीरों पर टिप्पणी की थी, जिससे उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। इससे बड़े पैमाने पर दोनों देशों के बीच विवाद बढ़ा है। भारत और मालदीव के बीच विवाद के पीछे की वजहें और उनके संबंधों में हो रहे परिवर्तनों को लेकर निश्चित रूप से समझना और उन्हें सुलझाने का प्रयास करना महत्वपूर्ण है। दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध रखने के लिए साथ मिलकर काम करना आवश्यक है, ताकि क्षेत्र में स्थिरता और विकास हो सके। समय निकल रहा है कि भारत और उसके पड़ोसी देशों के बीच के संबंधों में नए दृष्टिकोण और उन्हें सुधारने की दिशा में कदम उठाए जाएं। यह सुनिश्चित करना होगा कि इस विवाद को हल करने के लिए सभी पक्षों के बीच बातचीत और समझौते हों। इसके बिना, क्षेत्र में स्थिरता की कोई संभावना नहीं है।

The post जयशंकर ने मुइज्जू को अपने ही अंदाज में सुनाया, ‘दबंगई करने वाले 4.5 अरब डॉलर की मदद नहीं देते…. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/03/04/%e0%a4%9c%e0%a4%af%e0%a4%b6%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%87%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%9c%e0%a5%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%85%e0%a4%aa%e0%a4%a8%e0%a5%87/feed/ 0
मालदीव से सैनिकों की वापसी को लेकर भारत  का बड़ा बयान….. https://chaupalkhabar.com/2024/02/09/big-statement-from-india-regarding-withdrawal-of-troops-from-maldives/ https://chaupalkhabar.com/2024/02/09/big-statement-from-india-regarding-withdrawal-of-troops-from-maldives/#respond Fri, 09 Feb 2024 16:25:27 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=2302 मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अपने देश से भारतीय सैनिकों की वापसी पर अपने फैसले पर अड़े हुए हैं इसे लेकर दोनों देशों के बीच दो बार उच्च स्तर की वार्ता की जा चुकी है और आगे भी इस तरह की बैठकें होंगी। इसी बीच सैनिकों की वापसी को लेकर भारत द्वारा भी एक बड़ा …

The post मालदीव से सैनिकों की वापसी को लेकर भारत  का बड़ा बयान….. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अपने देश से भारतीय सैनिकों की वापसी पर अपने फैसले पर अड़े हुए हैं इसे लेकर दोनों देशों के बीच दो बार उच्च स्तर की वार्ता की जा चुकी है और आगे भी इस तरह की बैठकें होंगी। इसी बीच सैनिकों की वापसी को लेकर भारत द्वारा भी एक बड़ा बयान जारी किया गया है।

 

सैनिकों की जगह...', मालदीव से सैनिकों की वापसी को लेकर भारत ने दिया बड़ा  बयान - India says indian troops in maldives will be replaced by technical  experts tlifwr - AajTak

 

भारत द्वारा गुरुवार को कहा गया कि मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी के बाद वहां के एविएशन प्लेटफॉर्म्स पर टेक्निकल एक्सपर्ट्स की नियुक्ति की जा सकती है । मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से आग्रह किया है कि भारत सरकार द्वीप देश में मौजूद अपने सैनिकों को 10 मई तक वापस बुला ले, जिसके बाद भारत अपने सैनिकों के बदले में वहां टेक्निकल एक्सपर्ट्स को नियुक्त करने जा रहा है। भारतीय सैनिकों की मालदीव से वापसी को लेकर दोनों पक्षों के बीच 2 फरवरी को एक उच्च स्तरीय बैठक हुई जिसमें यह किया गया है की इस संबंध में तीसरी बैठक इस महीने में ही की जानी है ।

 

मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी के बाद, भारत का  मालदीव के एविएशन प्लेटफॉर्म्स पर टेक्निकल एक्सपर्ट्स की नियुक्ति का निर्णय दोनों देशों के बीच सहमति का प्रतीक है, और साथ ही मालदीव के विकास के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस मामले में बयान दिया, ” ‘हमें जो कहना था, वह हमने  प्रेस रिलीज के माध्यम से बता दिया गया है, दोनों पक्षों के बीच दूसरी उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है कि भारत अपने सैनिकों के बदले में मालदीव में टेक्निकल एक्सपर्ट्स को नियुक्त करेगा।

 

ये खबर भी पढ़ें :  हल्द्वानी हिंसा, उत्तराखंड के हर कोने में तनाव और अस्थिरता का माहौल यूपी में भी अलर्ट घोषित 

 

इसके साथ ही, मालदीव के विदेश मंत्रालय ने भारत के साथ इस समझौते पर सहमति जताई है कि भारत 10 मार्च तक अपने सैनिकों को वापस बुला लेगा। इस समझौते के माध्यम से, भारत और मालदीव ने न केवल रक्षा संबंधों को मजबूत किया है, बल्कि मालदीव के विकास में भी अपना साथ दिया है। दोनों देशों के बीच सैनिकों की वापसी के बारे में समझौते का यह महत्वपूर्ण कदम भारत-मालदीव संबंधों को और भी मजबूत और गहरा बनाएगा।

 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान में खास रूप से इस बात को ध्यान में रखा गया है कि भारत और मालदीव ने मालदीव के लोगों को मानवीय और आपात मेडिकल सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए भारतीय एविएशन प्लेटफॉर्म्स के निरंतर संचालन पर सहमति जताये। यह स्पष्ट करता है कि दोनों देशों के बीच समर्थन और सहयोग की भावना अभी भी  मजबूत है। मालदीव के स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत सरकार से 15 मार्च से पहले द्वीप राष्ट्र से भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने का आग्रह किया है। इस समय में, चीन समर्थक राष्ट्रपति मुइज्जू के चुनावी एजेंडा का एक मुख्य हिस्सा बना हुआ है।

 

गतिरोध के बीच भारत, मालदीव ने व्यापार, आपसी सुरक्षा में सहयोग पर चर्चा की

 

मालदीव से भारतीय सैनिकों को वापस भेजना चीन समर्थक राष्ट्रपति मुइज्जू का प्रमुख चुनावी एजेंडा था, वह ‘इंडिया आउट’ के नारे पर सत्ता में आए और नवंबर में कार्यकाल संभालने के दूसरे दिन के साथ ही  उन्होंने भारत से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहा था मालदीव में फिलहाल 77 भारतीय सैनिक तैनात हैं जो डोर्नियर 228 समुद्री गश्ती विमान और दो एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टरों द्वारा संचालित है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से अंतरिम बजट 2024- 25 में मालदीव को आवंटित बजट पर भी सवाल किया गया था जिसमें उन्होंने बताया कि मालदीव के लिए 779 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जबकि पिछले अनुमान के मुताबिक मालदीव को 600 करोड़ रुपये आवंटित किए किये जाने थे।

 

इस समझौते के साथ, भारत और मालदीव के संबंधों में नई ऊर्जा और सहयोग का एक नया अध्याय खुल रहा है। यह साझेदारी न केवल सुरक्षा संबंधों को मजबूत करेगी, बल्कि दोनों देशों के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करेगी। इस समझौते का समर्थन न केवल दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि रीजनल स्टेबिलिटी और सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण योगदान करेगा।

 

By Neelam Singh.

 

Follow us on :

Instagram:  https://www.instagram.com/chaupalkhabarnews/

Facebook: https://www.facebook.com/ChaupalKhabarNews

Twitter:  https://twitter.com/ChaupalKhabar

You Tube  : https://www.youtube.com/@ChaupalKhabar

The post मालदीव से सैनिकों की वापसी को लेकर भारत  का बड़ा बयान….. first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/02/09/big-statement-from-india-regarding-withdrawal-of-troops-from-maldives/feed/ 0
अपने लोगों की ये आदत कैसे बदलेंगे प्रेसिडेंट मुइज्जू, मेडिकल टूरिज्म के लिए भारत है मालदीव की पहली पसंद https://chaupalkhabar.com/2024/01/16/how-will-president-muizzu-change-these-habits-of-his-people-india-is-maldives-first-choice-for-medical-tourism/ https://chaupalkhabar.com/2024/01/16/how-will-president-muizzu-change-these-habits-of-his-people-india-is-maldives-first-choice-for-medical-tourism/#respond Tue, 16 Jan 2024 14:09:10 +0000 https://chaupalkhabar.com/?p=2158 मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, बढ़ते तनाव के दौरान, भारत पर अपनी निर्भरता को कम करने का संकल्प लेकर कदम बढ़ा रहे हैं। उनका उद्देश्य है देश को भारत और श्रीलंका जैसे संबंधों से मुक्त करना हैं। इसके लिए, वह स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े परिवर्तन की तलाश कर रहे हैं।   मुइज्जू सरकार ने भारतीय …

The post अपने लोगों की ये आदत कैसे बदलेंगे प्रेसिडेंट मुइज्जू, मेडिकल टूरिज्म के लिए भारत है मालदीव की पहली पसंद first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, बढ़ते तनाव के दौरान, भारत पर अपनी निर्भरता को कम करने का संकल्प लेकर कदम बढ़ा रहे हैं। उनका उद्देश्य है देश को भारत और श्रीलंका जैसे संबंधों से मुक्त करना हैं। इसके लिए, वह स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े परिवर्तन की तलाश कर रहे हैं।

Maldives President Mohamed Muizzu's party loses key seat to pro-India  opposition amid diplomatic row | Mint

 

मुइज्जू सरकार ने भारतीय सैनिकों को देश छोड़ने के लिए नोटिस जारी किया है, जिससे आने वाले समय में दोनों देशों के बीच टेंशन बढ़ना तय है। इसके अलावा, मालदीव ने भारत से टूरिज्म, हेल्थकेयर, और फूड जैसी कई क्षेत्रों में सहायता ली है। मुइज्जू सरकार ने हेल्थकेयर में बदलाव की घोषणा की है,और यह देखने को मिल सकता है कि कैसे इस द्वीप देश ने अपनी भारत और श्रीलंका की निर्भरता को कम करने के लिए उच्च स्तरीय इलाज की व्यवस्था करने का प्रयास कर रहा है।

ये खबर भी पढ़ें :  SC ने हाईकोर्ट के आदेश पर लगाई रोक, हिंदू पक्ष को झटका  SC ने कहा मथुरा शाही ईदगाह का सर्वे नहीं होगा

मालदीव सरकार ने स्वास्थ्य इंश्योरेंस में भी बड़े परिवर्तन की बात की है, जिससे वहां के नागरिकों को स्वास्थ्य सुरक्षा मिल सके। इससे यह साबित होता है कि मालदीव सरकार अपने लोगों के लिए उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सख्ती से काम कर रही है। मालदीवियन्स ने अब तक अपने लोगों को भारत और श्रीलंका के अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा है, लेकिन अब मुइज्जू ने इस सेवा को और बेहतर बनाने के लिए कई पहल की है। उनका प्रयास है कि वह अब देश के अंदर ही उच्च स्तरीय इलाज प्रदान कर सकें और दुनियाभर के उच्च स्तर के अस्पतालों से सहायता प्राप्त कर सकें।

 

Setback To Maldives President Muizzu Amid Diplomatic Row, Pro-India Party's  Candidate Becomes Capital Male's Mayor

 

इसके अलावा, मालदीव ने भारत से नहीं, बल्कि अन्य देशों जैसे थाइलैंड और यूनाइटेड अरब अमीरात से भी इलाज के लिए संबंध बढ़ाने की कोशिश की है। इससे मालदीव अपनी निर्भरता को भारत पर  कम करके अपने लोगों को और बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकता है। मालदीव की इस पहल के साथ-साथ, उन्होंने अपनी खाद्य आपूर्ति की भी दिशा में बड़े परिवर्तन की कोशिश की है। देश ने चीन और तुर्की से स्टैपल फूड के लिए करार किया है, और यह देखने को मिलता है कि कैसे मालदीव अपनी आधुनिक जीवनशैली को बनाए रखने के लिए विभिन्न स्रोतों की खोज में है।

 

मालदीव की इस स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा में की जा रही पहल ने दिखाया है कि देश अपनी सुरक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में स्वायत्तता की दिशा में बड़े कदम उठा रहा है। मुइज्जू राष्ट्रपति के नेतृत्व में, मालदीव ने भी देश की आर्थिक बुराइयों को पहचाना है और उन्हें दूर करने के लिए विभिन्न उपायों की तलाश में है। यहां तक कि चीन के साथ किए गए समझौते और पैसे लगाने की कोशिशों के माध्यम से वह अपनी इकनॉमी को मजबूत करने का प्रयास कर रहा है। इससे साबित होता है कि मालदीव ने आपातकालीन परिस्थितियों का सामना करने के लिए सशक्त प्रबंधन और आर्थिक नीतियों के माध्यम से देश को स्थायी समृद्धि की दिशा में अग्रसर किया है।

 

By Neelam Singh

 

Follow us on :

Instagram:  https://www.instagram.com/chaupalkhabarnews/

Facebook: https://www.facebook.com/ChaupalKhabarNews

Twitter:  https://twitter.com/ChaupalKhabar

You Tube  : https://www.youtube.com/@ChaupalKhabar

The post अपने लोगों की ये आदत कैसे बदलेंगे प्रेसिडेंट मुइज्जू, मेडिकल टूरिज्म के लिए भारत है मालदीव की पहली पसंद first appeared on chaupalkhabar.com.

]]>
https://chaupalkhabar.com/2024/01/16/how-will-president-muizzu-change-these-habits-of-his-people-india-is-maldives-first-choice-for-medical-tourism/feed/ 0